Jabalpur. जबलपुर में बीते पखवाड़े धनवंतरी नगर इलाके में बीजेपी नेता प्रियांश विश्वकर्मा ने अपने ऑफिस में अपनी परिचित युवती को गोली मार दी थी। यह घटना काफी चर्चाओं में रही थी। बाद में पुलिस ने फरार आरोपी प्रियांश को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं अब उसकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं। दरअसल गोली युवती की कमर से होते हुए रीढ़ की हड्डी में फंसी थी, डॉक्टर गोली को निकाल नहीं पा रहे थे, दरअसल डॉक्टरों का मानना था कि गोली जहां फंसी है, उस हिस्से को छेड़ा गया तो घायल युवती वेदिका की मौत हो सकती है, डॉक्टर उसे लंबे समय से ऑबजर्वेशन में रखे हुए थे, कोशिश यह थी कि वेदिका की हालत में सुधार आ जाए तब उसके शरीर से गोली निकाली जाए। लेकिन आखिरकार वेदिका ने दम तोड़ दिया है।
कई अंगों ने काम करना कर दिया था बंद
दरअसल रीढ़ की हड्डी में स्पाइनल कॉर्ड के पास गोली धंसी होने के चलते वेदिका हिल-डुल तक नहीं पा रही थी और फिर इंफेक्शन या अन्य कारणों से धीरे-धीरे उसके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। करीब 48 घंटों से वह लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम पर थी। सोमवार की सुबह उसकी मौत की खबर आ गई। वेदिका की मौत के बाद उसके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वे उसे गोली मारने वाले बीजेपी नेता प्रियांश विश्वकर्मा को रह-रहकर कोस रहे हैं और उसे फांसी की सजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं।
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पुलिस बढ़ाएगी हत्या की धारा
वेदिका की मौत की सूचना मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची और उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। वहीं अब पुलिस आरोपी प्रियांश विश्वकर्मा पर हत्या की धारा बढ़ाने की कार्रवाई करेगी। अभी प्रियांश में हत्या के प्रयास, 25-27 आर्म्स एक्ट, 201 समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। वेदिका की मौत हो जाने के बाद अब उस पर हत्या का आरोप भी जुड़ जाएगा।
कांग्रेस कर रही घर तोड़ने की मांग
वेदिका की मौत से पहले ही कांग्रेस नेता सौरभ नाटी शर्मा ने आरोपी प्रियांश विश्वकर्मा पर सख्त कार्रवाई न करने के आरोप लगाए थे। शर्मा ने कहा था कि इस मामले में बीजेपी सरकार का बुलडोजर मौन है, आम तौर पर छोटे-मोटे अपराधों पर भी आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलवाने वाली बीजेपी सरकार का बुलडोजर इतनी बड़ी घटना के बाद भी मौन है। हालांकि बीजेपी की ओर से लगातार यही सफाई दी गई कि प्रियांश विश्वकर्मा का बीजेपी से कोई लेना-देना नहीं है, वह न तो पार्टी का सदस्य है और न ही कोई पदाधिकारी। लेकिन सोशल मीडिया पर प्रियांश की अनेक बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीरें मौजूद हैं। विपक्षी दल कांग्रेस इस मुद्दे को चाहे जितना उछाले पर इतना तो तय है कि सत्ता-धन और रसूख के बल पर इतराने वाले एक रईसजादे ने पता नहीं कि सनक में एक परिवार की बेटी को मौत नींद सुला दिया। जिस पर सत्ता के नुमाइंदे चुप्पी साधे हुए हैं।