अशोकनगर में ग्रामीणों ने गांव के चौराहे पर लगाया होर्डिंग, आधार कार्ड बताने पर ही मुस्लिम-ईसाई व्यापारियों को दिया जाएगा प्रवेश

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Jitendra Shrivastava
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अशोकनगर में ग्रामीणों ने गांव के चौराहे पर लगाया होर्डिंग, आधार कार्ड बताने पर ही मुस्लिम-ईसाई व्यापारियों को दिया जाएगा प्रवेश

ASHOKNAGAR. देशभर में पढ़ते लव जिहाद और धर्मांतरण के मामलों को देखते हुए अशोकनगर की एक ग्राम पंचायत धोरा में अजीबोगरीब फरमान जारी कर दिया। सरपंच के प्रस्ताव पर ग्रामीणों इस सहमति मिलते ही पंचायत के 4 गांव में मुस्लिम और ईसाई धर्म के बाहरी व्यापारियों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया। बकायदा इसके लिए सोमवार को गांवों के चौराहे पर होर्डिंग बैनर लगा दिए।



ग्राम पंचायत धोरा के ग्रामीणों ने लिया फैसला



धोरा के ग्रामीणों द्वारा लगाए बैनर में मुस्लिम और ईसाई दोनों धर्मों के व्यापारियों को गांव में प्रवेश पर रोक लगाने की चेतावनी लिखी गई है। साथ ही व्यापारियों के धर्म का पता लगाने के लिए गांव आने वाले सभी बाहरी व्यापारियों के आधार कार्ड चेक किए जाएंगे। कुछ दिन पहले ग्राम पंचायत धोरा में पंचायत की बैठक हुई। जिसमें सरपंच ने मुस्लिम और ईसाई व्यापारियों का गांव में प्रवेश नहीं करने देने का प्रस्ताव रखा। इस पर गांव के लोगों ने सहमति दी।



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बाहरी लोग गांव के लोगों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण करवाते हैं



ग्राम पंचायत धोरा के सरपंच और बीजेपी किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष बबलू यादव ने बताया कि यह प्रस्ताव पंचायत में मैंने ही रखा था। इसमें सर्व समाज के लोग बैठे थे और सभी की सहमति मिली थी। बाहरी लोग गांव में आकर ऐसे लोग जो भोले-भाले, गरीब लोगों को प्रलोभन देकर लव जिहाद, धर्मांतरण करवाते हैं। इसलिए हमने यह निर्णय लिया है कि गांव में ऐसे लोगों को नहीं आने देंगे। उन लोगों को रोकने के लिए हम आधार कार्ड देखेंगे इसके बाद ही गांव में अंदर आने देंगे। चूंकि मैं गांव का सरपंच हूं तो मेरी भी नैतिक जिम्मेदारी होती है कि गांव के लोगों, महिलाओं और बच्चों को सुरक्षा दूं। 



4 गांवों में लगाएं गए हैं होर्डिंग



सरपंच बबलू यादव ने बताया कि हमने पंचायत के चारों गांव धोरा, गोरा, मारूप, धतुरिया में बैनर लगवाए हैं। गांव में आने वाले लोगों के आधार कार्ड प्राइवेट व्यक्ति ही चेक करेंगे और उसके बाद ही गांव में इंट्री देंगे। गांव में तमाम तरह के कारोबार होते हैं, जैसे चूड़ी बेचने, सब्जी बेचने, फर्स, कबाड़े आदि। साथ ही हम महिलाओं और गांव के लोगों से भी कहेंगे कि वे अपने मोबाइल नम्बर लोगों को देने से बचें। वहीं इस मामले को लेकर अशोकनगर के कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी ने कहा कि यदि गांव में इस तरह के पोस्टर बैनर लगे हैं तो जानकारी लेंगे। मामले को दिखवाएंगे। 



अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाइश देकर होर्डिंग जब्त किए 



प्रतिबंध की सूचना के बाद प्रशासन हरकत में आया और धोरा पंचायत में सुबह 8 बजे ही प्रशासनिक अमला पहु्ंच गया। नायब तहसीलदार, देहात थाना प्रभारी, पटवारी, जनपद पंचायत इंस्पेक्टर सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंचा और ग्रामीणों को समझाइश दी। अफसरों ने कहा कि इस तरह के पोस्टर गांव में न लगाएं और पोस्टर-बैनर जब्त कर लिए। इस पूरे मामले में सरपंच बबलू यादव ने कहा भले ही प्रशासन ने हमारे होर्डिंग बैनर हटा दिए हों, लेकिन हम जन जागरण अभियान चलाएंगे। यह अभियान न सिर्फ गांव बल्कि, जिलेभर में चलाया जाएगा। बहन बेटियों को सुरक्षित रखने के लिए यह अभियान जारी रहेगा। 


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