CHANDIGARH. हरियाणा में पूर्व सीबीआई जज सुधीर परमार रिश्वत कांड केस से जुड़े सभी लोगों ने वॉइस सैंपल जांच की अपनी सहमति दे दी है। एम3एम कंपनी के पार्टनर रूप बंसल के साथ पूर्व सीबीआई जज सुधीर परमार भी कोर्ट में वॉइस सैंपलिंग को लेकर अपनी सहमति दे चुके हैं। ऐसे में जल्द ही हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) बड़े खुलासे करने जा रही है।
तीनों बंसल समेत अन्य प्रमुख लोग जांच-पड़ताल से जानबूझकर बचते रहे
गुरुग्राम में ईडी ने रियल एस्टेट कंपनी एम3एम के ठिकानों पर सोमवार(5 जून) को छापेमारी करके 60 करोड़ की लग्जरी कारें और छह करोड़ कीमत की ज्वेलरी जब्त की हैं। इस कंपनी के मालिक बंसल बंधु हैं। हरियाणा के एक रिटायर्ड आईएएस का भी इस ग्रुप में बड़ा शेयर है। ईडी ने आरोप लगाया है कि एम3एम समूह के प्रवर्तकों- बसंत बंसल, रूप कुमार बंसल, पंकज बंसल एवं अन्य प्रमुख लोग तलाशी अभियान के दौरान जांच-पड़ताल से जानबूझकर बचते रहे।
फेरारी, लैम्बॉर्गिनी, लैंड रोवर, रोल्स रॉयस जैसी 17 लग्जरी गाड़ियां जब्त
प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि रियल एस्टेट कंपनियों के परिसरों की तलाशी के दौरान उसे फेरारी, लैम्बॉर्गिनी, लैंड रोवर, रोल्स रॉयस, बेंटले, मर्सिडीज एवं मेबैक जैसी 17 लग्जरी गाड़ियां भी जब्त की गई हैं। इनकी कीमत करीब 60 करोड़ रुपये आंकी गई है। इसके अलावा 5.75 करोड़ रुपये मूल्य के गहने, 15 लाख रुपए नकद और कई अहम दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।
वित्तीय मामलों की जांच के लिए रेड
रियल एस्टेट डेवलपर्स एम3एम और आइरियो पर ईडी की छापे की कार्रवाई में वित्तीय मामलों की जांच करने वाली एजेंसी ईडी ने बयान में कहा कि इन रियल एस्टेट कंपनियों के दिल्ली एवं गुरुग्राम स्थित सात परिसरों पर एक जून को तलाशी अभियान चलाया गया था। इसी दौरान लग्जरी गाड़ियां जब्त की गईं हैं।
निवेशकों से मिले पैसे के दुरुपयोग के भी आरोप
ईडी पिछले कुछ वर्षों से आइरियो समूह के खिलाफ धन को दूसरी जगह लगाने और निवेशकों से मिले पैसे के दुरुपयोग के आरोपों की जांच कर रही है। ईडी के मुताबिक, उसे जांच में पता चला कि सैकड़ों करोड़ रुपए की राशि एम3एम ग्रुप के जरिए भी भेजे गए। ऐसे ही एक लेनदेन में 400 करोड़ रुपए कई कंपनियों से होते हुए एम3एम को आइरियो से मिले थे।
पूर्व जज परमार पर सात करोड़ रुपए रिश्वत लेने के आरोप
एंटी करप्शन ब्यूरो की जांच में सामने आया था कि पूर्व जज सुधीर परमार कथित रूप से मदद करने के लिए M3M के मालिकों से 5 से 7 करोड़ रुपए की मांग की गई थी। एंटी करप्शन ब्यूरो का आरोप है कि सुधीर परमार इसे केस से जुड़े लोगों की मदद कर रहे थे। सुधीर परमार की ईडी कोर्ट में चल रहे मामलों को लिए 5 से 7 करोड़ रुपए की मांग की गई थी।