BHOPAL. बीजेपी ने मध्य प्रदेश में लगातार 5वीं बार सत्ता में आकर इतिहास रचा है। बीजेपी आलाकमान ने लंबे समय से मध्य प्रदेश की बागडोर संभाल रहे शिवराज सिंह चौहान को बदलकर मोहन यादव को इस बार मुख्यमंत्री बनाया है। इसके पहले बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम फेस का ऐलान नहीं किया था, लेकिन शिवराज सिंह चौहान प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। अभी भी कई लोगों के मन में सवाल है कि आखिर शिवराज सिंह को हटाकर मोहन यादव को सीएम क्यों बनाया गया? अब इसे लेकर मोहन कैबिनेट के मंत्री विजय शाह ने जवाब दिया है।
किसी को हटाया नहीं सभी के अलग-अलग दायित्व
कार्यकर्ताओं से मिलने जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह गुना के सर्किट हाउस पहुंचे थे। इस दौरान जब मंत्री विजय शाह से पूछा गया कि आखिर शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन पाए, तो विजय शाह ने जवाब देते हुए कहा कि किसी को हटाया नहीं गया है। सभी के लिए अलग-अलग दायित्व निर्धारित किए गए हैं। जिसकी जहां जरूरत होती है, पार्टी उसका उपयोग वहां करती है। विजय शाह ने दोहराते हुए कहा किसी को पद से हटाया नहीं गया है। बीजेपी के लिए राजनीति व्यापार नहीं है, पैसा कमाने का जरिया नहीं है। बीजेपी समाज सेवा के भाव से राजनीति करती है। संगठन में किसी को कुछ नहीं मिलता फिर भी पार्टी का काम करते हैं।
हमारी पार्टी अलग सोच रखती है
विजय शाह ने कहा कि हमारी पार्टी अलग सोच रखती है। मुझे जनजातीय मंत्री बनाया गया है। प्रधानमंत्री मोदी जी के दिल में बात आई कि विजय शाह को यह पद देना चाहिए, 10 साल मंत्री रहा है। प्रधानमंत्री ने मुझे बड़ा दायित्व दिया, 39000 करोड़ का बजट दिया है। मध्य प्रदेश में भारी बहुमत से चुनाव जीती बीजेपी ने शिवराज सिंह चौहान को पांचवीं बार मुख्यमंत्री नहीं बनाया, उनकी जगह उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक डॉ. मोहन यादव को प्रदेश का मुखिया बना दिया। ये पार्टी की सोच है।
बीजेपी परिवर्तन और प्रयोग करती रहती है
मप्र सरकार में जनजातीय मंत्री विजय शाह ने बताया कि बीजेपी परिवर्तन और प्रयोग करती रहती है। जब विजय शाह से पूछा गया कि आखिर शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन पाए? तो विजय शाह ने जवाब देते हुए कहा- किसी को हटाया नहीं है। सभी के लिए दायित्व निर्धारित हैं, पार्टी को जिसकी जहां जरूरत होती है उसका वहां उपयोग करती है। विजय शाह ने दोहराते हुए कहा, किसी को पद से हटाया नहीं गया है। संगठन में किसी को कुछ नहीं मिलता फिर भी पार्टी का काम करते हैं।