UJJAIN. उज्जैन के महाराजा महाकाल के बारे में कहा जाता है कि वे त्रिकालदर्शी और कालजयी हैं। ऐसा माना जाता है कि तन, मन से उनकी भक्ति करने वाला और उनके दरबार में जाकर शीष झुकाने वाला कभी अकाल मृत्यु को प्राप्त नहीं होता है। इसलिए ही तो उनके बारे में कहावत है कि 'अकाल मृत्यु वो मरे जो काम करे चंडाल का, काल उसका क्या बिगाड़े जो भक्त हो महाकाल का।' शिप्रा नदी के तट पर स्थित उज्जैन मठ और मंदिरों का नगर है। उज्जैन का ज्योतिर्लिंग दक्षिणमुखी है। ऐसी मान्यता है कि दक्षिण दिशा के स्वामी यमराज है। इसलिए महादेव के इस मंदिर को महाकाल कहा जाता है। अपनी-अपनी मुराद लेकर लाखों भक्त हर साल यहां दर्शन के लिए आते हैं। भारी भीड़ के चलते महाकाल मंदिर के दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा शुरू कर दी गई है। किसी भी भक्त की बुकिंग स्वीकार होते ही मोबाइल पर SMS आएगा। इसके अलावा भक्त लाइव आरती भी शामिल हो सकते हैं।
ऑनलाइन बुकिंग के नियम-शर्तें
- महाकालेश्वर के दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग 60 दिन पहले कर सकते हैं।
ऐसे करें ऑनलाइन बुकिंग
- ऑनलाइन बुकिंग हेतु सबसे पहले महाकालेश्वर मंदिर की वेबसाइट shrimahakaleshwar.com पर जाना होगा।