Jain saint
देवास के प्रांशुक बने जैन संत, अमेरिका में डाटा साइंटिस्ट की सवा करोड़ की नौकरी छोड़कर ग्रहण की दीक्षा
28 साल के प्रांशुक कांठेड़ अमेरिका की एक कंपनी में सवा करोड़ रुपए सालाना पैकेज पर डाटा साइंटिस्ट के रूप में नौकरी कर रहे थे। आध्यात्म के प्रति रुझान बढ़ा तो करीब डेढ साल पहले नौकरी छोडक़र अपने गांव आ गए।