trible movement
मित्तल और रुंगटा से 'लोहा' लेने को तैयार आदिवासी
बैलाडीला खदान बचाने के लिए आंदोलन कर रहे छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के सदस्य कहते हैं कि इन खदानों को खोदने से पूरा पर्यावरण संतुलन ही खतरे में पड़ जाएगा। इन खदानों से करीब 150 गांव के आदिवासियों की सांसें और दिनचर्या दोनों चलती हैं। लाखों पेड़ काटे जाएंगे।