Reliance Jio अब वैश्विक बाजार में भी अपनी पहचान बनाने वाला है, Jio Alphabet की Google के साथ क्लाउड साझेदारी करेगा। इसके बाद देश के सबसे बड़े वायरलेस कैरियर को अपने initiative और कंज्युमर ऑफरिंग्स के लिए तकनीकी समाधानों में मदद मिलेगी। रिलायंस जियो 5G सेवाओं को शुरू करने की तैयारी कर रहा है। यह टाई-अप Jio को तकनीकी दिग्गजता दिलाएगा और एक्सपर्टीज देगा। यह छोटे और मध्यम व्यवसायों के साथ-साथ करोड़ों ग्राहकों को डिजिटल सेवाएं देगी। रिलायंस का बिजनेस टेलीकॉम से लेकर ई-कॉमर्स तक फैले हैं जो Google को लोगो से जुड़ने का बेहतरीन मौका देगा।
स्वास्थ्य, रीटेल और अन्य चीजों में भी होगी साझेदारी
Google क्लाउड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी थॉमस कुरियन ने गुरुवार को रिलायंस की वार्षिक शेयरहोल्डर्स की बैठक से पहले एक साक्षात्कार में बताया, "यह एक व्यापक साझेदारी है, इसमें Alphabet के कई भाग एक साथ काम कर रहे हैं।""हमारी अपनी साझेदारी Jio के कई हिस्सों में न केवल संचार व्यवसाय बल्कि स्वास्थ्य, रीटेल और अन्य चीजों तक फैली हुई है। और यह हमें अपनी तकनीकी को एक बड़े पैमाने पर भारत के उपभोक्ताओं और कई व्यापारों तक लाने की अनुमति देता है जो कि रिलायंस द्वारा चलाए जा रहे हैं"।
शर्तों को लेके अनवन
कुरियन ने कहा कि जहां Google दुनिया भर में 5G पर अन्य दूरसंचार कंपनियों के साथ काम कर रहा है, वहीं Jio-Google क्लाउड की ये साझेदारी का कैलिफोर्निया मुख्यालय वाली कंपनी के लिए बड़ी है। उन्होंने Jio के साथ क्लाउड कॉन्ट्रेक्ट की शर्तों को शेयर करने से इनकार कर दिया। Jio ने 2019 में Microsoft के साथ 10-वर्षीय गठबंधन किया था जिसका उद्देश्य पूरे भारत में डेटा सेंटर बनाना है। यहा देश की उभरती हुई स्टार्ट-अप अर्थव्यवस्था को Azure क्लाउड होस्ट की सेवा प्रदान की जाएगी।
Jio की शुरूआत कट-प्राइस डेटा प्लान के साथ
Jio ने 2016 में भारत के दूरसंचार बाजार को लाचार कर दिया जब यह कट-प्राइस डेटा प्लान और मुफ्त वॉयस सेवाओं के साथ लॉन्च हुई थी। इसने कई प्रतिस्पर्धियों को बाजार से बाहर कर दिया और अब यह 422 मिलियन से अधिक ग्राहकों के साथ भारत का सबसे बड़ा मोबाइल कैरियर है।
पिछले साल Google ने किया था Jio में निवेश
Google ने पिछले साल Jio के पेरेंट Jio प्लेटफॉर्म में 4.5 बिलियन डॉलर (लगभग 33,370 करोड़ रुपये) का निवेश किया। यह एक ऐसा कदम था जिसने अमेरिकी तकनीकी दिग्गज को फेसबुक के प्रतिद्वंद्वी की तरह दिखाया, जिसने 5.7 बिलियन डॉलर (लगभग 42,270 करोड़ रुपये) को डिजिटल इकाई में लगाया। अंबानी ने पहले भी कहा है कि Jio, जो अपने समर्थकों में Qualcomm और Intel को गिना है, 2021 में भारत में "5G क्रांति की शुरूआत" होगी।