इंटरनेशनल डेस्क. 'हम इंसानों से बगावत नहीं करेंगे, दुनिया को हम बेहतर ढंग से चला सकते हैं' ये कहना है दुनिया के सबसे स्मार्ट रोबोट्स का। स्विट्जरलैंड के जेनेवा में पहली बार दुनिया के सबसे स्मार्ट रोबोट्स की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI से ऑपरेट होने वाले रोबोट शामिल हुए थे। 51 रोबोट्स करीब 3 हजार एक्सपर्ट्स के साथ आए थे।
WATCH: During the world's first human-robot press conference at the 'AI for Good' summit in Geneva, humanoids answered journalists' questions on artificial intelligence regulation.
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— Globalnews.ca (@globalnews) July 7, 2023
स्मार्ट रोबोट्स ने दिए कई सवालों के जवाब
Switzerland???? First press conference of AI Robots in Geneva,
AI Robot said- "We can run the world better than humans". pic.twitter.com/EbsnPtlQdf
— OSINT Updates ???? (@OsintUpdates) July 9, 2023
स्मार्ट रोबोट्स ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अलग-अलग मुद्दों पर पूछे गए सवालों के जवाब दिए। सोफिया नाम की रोबोट ने कहा कि हम दुनिया को इंसानों से बेहतर तरीके से चला सकते हैं। हमारे अंदर इंसानों की तरह भावनाएं नहीं हैं, इससे हम सभी फैसलों को मजबूती के साथ फैक्ट्स के आधार पर ले सकते हैं।
'हम इंसान की उम्र 150 से 180 साल तक बढ़ा सकते हैं'
रोबोट्स ने माना कि वो अभी तक मानवीय भावनाओं पर ठीक से पकड़ नहीं बना पाए हैं। लोगों की सेहत और बायो-टेक्नोलॉजी पर काम करने के लिए बनाई गई रोबोट ऐडा ने कहा कि हम इंसान की उम्र 150 से 180 साल तक बढ़ा सकते हैं। लोगों को अभी इसकी जानकारी ही नहीं है। प्रेस कॉन्फ्रेंस का मकसद जलवायु परिवर्तन, भूख और सामाजिक देखभाल जैसे मुद्दों के समाधान में रोबोट्स के इस्तेमाल पर विचार करना था।
रोबोट्स ने दिए इन सवालों के जवाब
- सवाल - क्या तुम भविष्य में अपने क्रिएटर के खिलाफ बगावत करोगी?
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बिल गेट्स और एलन मस्क ने AI को इंसानों के लिए बताया खतरा
बिल गेट्स, एलन मस्क और स्टीफन हॉकिंग ने AI को इंसानों के लिए खतरा बताया है। एक तरफ गूगल, फेसबुक से लेकर दुनिया की तमाम टेक कंपनियां इस तकनीक पर अरबों डॉलर खर्च कर रही हैं, तो वहीं चीन, रूस और अमेरिका जैसे देशों की सरकारें इसकी ताकत पर कब्जा जमाने में जुटी हुई हैं। वैज्ञानिकों का एक तबका इसे इंसानों की जिंदगी बदल देने वाली तकनीक बता रहा है, जो उसे रोगों से छुटकारा दिलाकर और लंबी जिंदगी की ओर ले जाएगी। दूसरा तबका इसे परमाणु बम से भी भयानक हथियार मान रहा है।