अब हर कोई फिट रहना चाहता है और इसके लिए सही गैजेट्स को सेलेक्ट करना मुश्किल होता है। हम आज आपको बताएंगे बेहद जरूरी गैजेट टिप्स। देश में पिछले एक साल में हेल्थ को लेकर लोगों में जागरूकता भी काफी बढ़ी है। लोग खुद को फिट रखने के लिए फिटनेस गैजेट और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल ज्यादा कर रहे हैं। इनमें स्मार्टवॉच और फिटनेस बैंड खूब चल रहे हैं। GPS वॉच, बैंड, डिजिटल पीडोमीटर जैसे तमाम डिवाइसेस, फिटनेस फ्रीक पॉपुलर हो रहे हैं। डाइट लेवल को लेकर गूगल जैसी कंपनियां ऐसे सॉफ्टवेयर बनाने पर काम कर रही हैं, जो फूड फोटो देख कर ही कैलरी काउंट कर लेंगे। जानें कुछ हेल्थ गैजेट्स फीचर्स के बारे में...
डिजिटल पीडोमीटर
दौड़ने, जॉगिंग करने या एक्सरसाइज करते समय इसे कमर पर पहना जाता है। यह कैलोरी काउंट करता है। आजकल कई जिम इस डिवाइस का प्रयोग कर रहे हैं। यह एक्सरसाइज की स्पीड बताता है, साथ ही कैलोरी बर्न चार्ट देता है। यह बताता है कि शरीर को कितनी कैलोरी की जरूरत है। यह डाइट को बैलेंस रखने में मदद मिलती है। एक्सरसाइज पूरी यह अलार्म भी करता है, ताकि आप अपनी एक्सरसाइज रोक सकें।
हार्ट रेट मॉनिटर
यह डिवाइस खासतौर पर कार्डियो एक्सरसाइज करने वालों के लिए फायदेमंद है। ब्रिस्क वॉक, ट्रेडमिल या जॉगिंग में इसे इस्तेमाल किया जा सकता है। यह हार्ट और पल्स रेट बताता है और ब्लड प्रेशर पर नजर बनाए रखता है। इसे कलाई में पहना जाता है। यह हार्ट रेट के साथ ही वॉच का काम भी करता है।
फिटनेस ट्रैकर
इसकी मदद से चलना, दौड़ना, स्लीपिंग, हार्ट रेट आदि मॉनिटर कर सकते है । फिटनेस ट्रैकर खरीदते समय यह जरूर याद रखें कि वह वॉटरप्रूफ हो ताकि पसीना चलने पर या स्विमिंग करते समय पानी पड़ने से किसी प्रकार की खराबी न हो।
मोबाइल ऐप्लीकेशंस
ऐसे तमाम मोबाइल ऐप्स आ रहे हैं, जो फिटनेस ट्यूटोरियल्स से लेकर लाइव एक्सरसाइज और योग सिखा रहे हैं। ये मोबाइल डेटा के आधार पर एक्टिविटीज भी काउंट कर सकती है। इनकी खासियत यह है कि ये स्टार्टर्स के लिए भी उतने ही कम आते हैं, जितने सीरियस रनर्स के लिए।
कैलोरी काउंटिंग फीचर
मार्केट में हर रोज ऐसे फिटनेस डिवाइस लॉन्च हो रहे हैं, जिनमें कैलोरी काउंटिंग फीचर भी होता है। जो सर्विंग साइज का को जांच लेंगे और बताएंगे कि कहां पर खाना रोक देना है। यूजर के लॉग इन करते ही ये एक-एक कौर को काउंट करेंगी और बताएंगे कि क्या खाना ठीक है, कहीं सेहत के लिए बुरा तो नहीं है। आपकी थाली में शामिल फूड में कितनी कैलोरी होगी।
हार्ट-रेट मॉनिटर और SpO2 सेंसर
हार्ट रेट मॉनिटर तो लगभग हर स्मार्ट-बैंड में मौजूद होता है, मगर SpO2 सेन्सर अभी भी कम फिटनेस ट्रैकर में ही होता है। आप फिटनेस ट्रैकर लेते समय ये देख लीजिए कि ये दोनों फीचर मौजूद हों। हार्ट रेट मॉनिटर की मदद से आप एक्सरसाइज करते वक्त अपने हार्ट रेट पर नजर रख सकते हैं। SpO2 सेन्सर आपके खून में मौजूद ऑक्सीजन लेवल का पता लगा लेता है।