तिलक से लेकर इमली घुटाई तक, बिहार की शादियों में खास होती हैं ये रस्में

बिहार की शादियां अपनी रंगीन रस्मों और परंपराओं के लिए प्रसिद्ध हैं। इन शादियों में हर रस्म का सांस्कृतिक महत्व है, जो पूरी शादी के दौरान उल्लास और जोश का माहौल बनाता है। आइए, जानें बिहारी शादियों की प्रमुख रस्में।

author-image
Manya Jain
New Update
bihar unique wedding ritual

बिहार की शादियां अपनी रंगीन रस्मों और परंपराओं के लिए जानी जाती हैं। यहां की शादियों में हर एक रस्म का एक विशेष महत्व होता है, जो सिर्फ एक समारोह नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक धरोहर के रूप में सदियों से चली आ रही है।

बिहारी शादियों में कई रस्में हैं, जो पूरी शादी के दौरान एक अलग ही उल्लास और जोश का माहौल बनाती हैं। आइए जानते हैं बिहारी शादियों की कुछ प्रमुख रस्मों के बारे में।

तिलक रस्म: पहला कदम 🤝

तिलक की रस्म बिहारी शादियों की सबसे महत्वपूर्ण और प्रारंभिक रस्म मानी जाती है। यह रस्म groom के घर पर होती है, जहां bride के परिवार के सदस्य तिलक करके उसे शुभकामनाएं देते हैं।

इस मौके पर शगुन की चीजें जैसे सोने की चूड़ी, मिठाई और दक्षिणा दी जाती है। इस रस्म से दोनों परिवारों के बीच रिश्ते की शुरुआत होती है और एक दूसरे के लिए सम्मान और प्रेम का आदान-प्रदान होता है।

ये भी पढ़ें... सोनम और राजा रघुवंशी की कहानी है बड़ा सबक, शादी के रिश्ते में ये सावधानियां बेहद जरूरी

हल्दी की रस्म: सौंदर्य की तैयारी 💛

हल्दी की रस्म बिहारी शादियों का एक और अहम हिस्सा है। हल्दी का पेस्ट दुल्हन और दूल्हे के शरीर पर लगाया जाता है। यह रस्म शादी से पहले के दिन होती है और इसे शुभ कार्यों की शुरुआत माना जाता है।

 हल्दी को एक सकारात्मक शक्ति के रूप में देखा जाता है, जो दुल्हन और दूल्हे को शुद्ध करती है और उन्हें शादी के दिन को यादगार बनाने के लिए तैयार करती है।

यह रस्म खुशी और उल्लास का माहौल बनाती है, साथ ही रिश्तेदार और दोस्त भी इस समारोह का हिस्सा बनते हैं।

इमली घुटाई रस्म: स्वाद का तड़का 🍋

इमली घुटाई बिहारी शादियों की एक और रोचक रस्म है, जिसे खासकर दूल्हे और दुल्हन के बीच किया जाता है। इस रस्म में दुल्हन दूल्हे को इमली घुटाकर खाती है, जो दोनों के रिश्ते की मिठास और खट्टास को दर्शाता है।

हिंदू धर्म में इमली घोटाई का रस्म बहुत विधि विधान से किया जाता है एक बार  जरूर देखिए! || MR PRIME || - YouTube

इसके अलावा, यह रस्म रिश्तों में समझदारी और प्यार की भावना को प्रगाढ़ करने के लिए मानी जाती है। दूल्हा भी दुल्हन को उसी तरह से इमली घुटाकर खिलाता है, जिससे उनका रिश्ता मजबूत होता है।

बरात का स्वागत: ऐतिहासिक परंपरा 🚗

बरात का स्वागत बिहारी शादियों में एक शानदार तरीके से किया जाता है। यह रस्म दुल्हे के घर से लेकर दुल्हन के घर तक होती है, जहां परिवार वाले और रिश्तेदार बड़े धूमधाम से उनका स्वागत करते हैं।

बारातियों को मिठाई दी जाती है, और संगीत का आयोजन होता है। यह एक तरह से दोनों परिवारों के मेलजोल का प्रतीक होती है, जहां हर किसी का चेहरा खुशी से चमकता है।

मांग चढ़ाना: एक प्यार भरा प्रतीक 💍

शादी की एक और प्रमुख रस्म मांग चढ़ाने की होती है। दूल्हा दुल्हन की मांग में सिंदूर भरता है, जिसे उसके प्रेम और सम्मान का प्रतीक माना जाता है। यह रस्म शादी के दिन की सबसे महत्वपूर्ण और भावुक पलों में से एक होती है, जहां दूल्हा अपनी दुल्हन के साथ अपने जीवन की नई शुरुआत करता है।

शादी के बाद की रस्में: घर में सुख-शांति की शुरुआत 🏡

शादी के बाद कई महत्वपूर्ण रस्में होती हैं, जैसे कि दुल्हन का स्वागत, उसका घर में पहला कदम, और ननद-भाभी का मिलन। इन रस्मों से यह सुनिश्चित होता है कि दुल्हन का परिवार के साथ मिलकर सुखी जीवन की शुरुआत हो।

thesootr links

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃

🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧

Wedding ing | Bride and Groom | shadi | Anokhi Shadi 

बिहार Bride and Groom विवाह shadi Bride शादी Wedding Anokhi Shadi