बड़े लंबे इंतजार के बाद राजधानी भोपाल के संशोधित मास्टर प्लान-2031 का ड्राफ्ट जारी हो गया है... और सबसे बड़ा झटका आईएएस-आईपीएस अधिकारियों को लगा है क्योंकि संशोधित मास्टर प्लान में आपत्तियों के बाद आईएएस-आईपीएस अधिकारियों के बड़े तालाब के पास लो डेंसिटी एरिया में बने करोड़ों के बंगलों को वैध करवाने के लिए जो मशक्कत की थी, उस पर पानी फिर गया है... यानी एकबार फिर इन नौकरशाहों के बंगले अवैध निर्माण की कैटेगरी में आ गए हैं...