/sootr/media/post_banners/d1f0c4f9b38297613c3290a2cc6325487c827df520a18f49254c36b382c88863.png)
अफगानिस्तान के विकास में मुख्य भूमिका निभाने के लिए भारत की तारीफ हो रही है। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान की तालिबान की मदद करने के लिए आलोचना हो रही है। तालिबान से जूझ रहे अफगानिस्तान में पर्दे के पीछे से युद्ध थोपने के लिए पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाने की मांग की जा रही है। सोशल मीडिया पर #SanctionPakistan ट्रेंड में है। अमेरिका ने भी पाकिस्तान से आतंकियों की मदद बंद करने को कहा । अमेरिका ने स्वीकार किया कि भारत ने अतीत में अफगानिस्तान में रचनात्मक भूमिका निभाई है। सोमवार, 09 अगस्त को को अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा भारत ने अतीत में प्रशिक्षण और अन्य बुनियादी ढांचे में सुधार के मामले में अफगानिस्तान में रचनात्मक भूमिका निभाई। अफगानिस्तान पर भारत-अमेरिका सहयोग के बारे में पूछे जाने पर जॉन किर्बी ने कहा कि अफगानिस्तान को स्थिरता और सुशासन बनाए रखने के किसी भी प्रयास का हमेशा स्वागत है।
अफगानिस्तान में हिंसा के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार
किर्बी ने कहा कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान सीमा पर मौजूद आतंकी ठिकानों के बारे में अमेरिका पाकिस्तानी से बातचीत कर रहा है। हम इस बात को लेकर सावधान हैं कि ये आतंकी ठिकाने अफगानिस्तान में असुरक्षा और अस्थिरता के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने ये भी कहा कि हम इस बात को भी जानते हैं कि इन इलाकों में होने वाली आतंकी गतिविधियों के कारण पाकिस्तानी लोगों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
कनाडा की पाकिस्तान को बैन करने की मांग
कनाडा के राजनयिक क्रिस अलेक्जेंडर ने अफगानिस्तान में हिंसा के लिए जिम्मेदार बताते हुए पाकिस्तान पर बंदिश लगाने की मांग की है। ट्विटर पर #sanctionpakistan के साथ क्रिस अलेक्जेंडर ने ट्वीट किया, अफगानिस्तान पर पाकिस्तान का हमला संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के तहत एक सशस्त्र हमला और आक्रामकता का कार्य है। अंतरराष्ट्रीय कानून और नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखने के लिए इंटरनेशनल कम्युनिटी को अनुच्छेद 41 या 42 के तहत कार्रवाई करनी चाहिए। क्रिस अलेक्जेंडर ने लिखा, दुर्भाग्य से कई देश अब अपने ही लोगों का दमन कर रहे हैं। आज केवल एक देश सशस्त्र ठगों के साथ पड़ोसी देश पर अटैक कर रहा है और वह अपने ही देश के नागरिकों का घर तबाह कर रहा है। क्रिस अलेक्जेंडर पहले भी कह चुके हैं कि पाकिस्तान पर पाबंदी लगाए बिना अफगानिस्तान में स्थायी तौर पर सीजफायर नामुमकिन है।