INTERNATIONAL DESK. पाकिस्तान में रविवार (6 अगस्त) को हुए भीषण ट्रेन हादसे में 30 यात्रियों की मौत हो गई। हादसे में 80 लोग घायल हैं। घायल यात्रियों में 31 की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसा हादसा पंजाब प्रांत के नबावशाह जिले में सरहरी रेलवे स्टेशन के पास हुआ। हादसे में घायल लोगों को नवाबशाह के पीपुल्स मेडिकल अस्पताल में भर्ती किया गया है। रेलवे अफसरों के मुताबिक- भारी बारिश के कारण ट्रैक खराब हो गया था और इसी वजह से यह हादसा हुआ।
कराची से पंजाब जा रही थी हजारा एक्सप्रेस
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- नवाबशाह में सरहरी रेलवे स्टेशन के पास हजारा एक्सप्रेस की कई बोगियां पटरी से उतर गईं, कुछ बोगियां पलट भी गई हैं। अब तक 22 यात्रियों के शव बरामद किए गए हैं। 31 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों की संख्या अभी बढ़ सकती है। हजारा एक्सप्रेस कराची से पंजाब जा रही थी, जब यह दुर्घटना का शिकार हो गई। इधर, हादसे के बाद कराची की तरफ जाने वाली कई ट्रेनों रोक दिया गया हैं। अफसरों ने बताया कि हादसे में दोनों तरफ की लाइनें टूट गई हैं और इसके सुधार कार्य में काफी समय लग सकता है।
आस पास के अस्पतालों को हाईअलर्ट जारी
रेलवे मंडल अधीक्षक सुक्कुर महमूदुर रहमान ने पुष्टि करते बताया कि ट्रेन हादसे में 10 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। उन्होंने कहा कि लोको शेड रोहरी से राहत गतिविधियों को चलाने के लिए एक ट्रेन घटना स्थल के लिए रवाना हो चुकी है। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, ट्रेन हादसे की भयावहता को देखते हुए आसपास के अस्पतालों में आपातकाल लागू कर दिया गया है। घायलों के हर संभव चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए निर्देश दिए गए है। एधी फाउंडेशन नियंत्रण कक्ष ने कहा कि उसके हैदराबाद, नवाबशाह, मीरपुरखास और सुक्कुर केंद्रों से दर्जनों एम्बुलेंस भेजी गईं है।
रेस्क्यू के लिए सेना के जवानों ने संभाला मोर्चा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक- लोकल एडमिनिस्ट्रेशन के पास बचाव कार्य से जुड़े साधन मौजूद नहीं हैं। फिलहाल लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने पास के कैंटोनमेंट से सेना के जवानों को बुलाया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 10 एसएचओ, चार जिला अधीक्षक और 100 से भी ज्यादा पुलिस जवानों को यात्रियों के बचाव कार्य में लगाया गया है। साथ ही आर्मी जवान और रेंजर्स की टुकड़ियों को भी काम पर लगाया गया है।
पाकिस्तान के टीवी चैनल ‘जियो न्यूज’ के मुताबिक- रेल हादसा रविवार दोपहर करीब दो बजे हुआ, हादसे के काफी देर तक कोई जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था। पुलिस ने लोगों की मदद से घायलों को निकाला और अस्पताल पहुंचाया। जिस जगह हादसा हुआ, वहां से कराची 275 किलोमीटर दूर है। ‘जियो न्यूज’ के मुताबिक- पाकिस्तान में ये कोई पहला रेल हादसा नहीं है पहले भी हादसे हुए हैं। लेकिन बारिश में ये ज्यादा होते हैं। इसका कारण यह है कि ज्यादातर रेलवे ट्रैक अंग्रेजों शासन काल के हैं, इन्हें अब तक अपग्रेड किया गया है। नई लाइन भी नहीं बिछाई गईं हैं।
पाकिस्तान में पहले भी हो चुके हैं कई ट्रेन हादसे
पाकिस्तान में पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। 2021 में सिंध के इसी क्षेत्र में दो रेल हादसे हुए थे। पहले में 21 यात्रियों और दूसरे हादसे में 50 लोगों की मौत हुई थी। दूसरे हादसा मिल्लत एक्सप्रेस और सर सैय्यद एक्सप्रेस की टक्कर से हुआ था। वहीं अक्टूबर 2019 में तेजगाम एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगने से 75 लोगों की मौत हो गई थी।