टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने गए 5 लोगों की मौत, 4 दिन से समुद्र में थे लापता,ऑक्सीजन हो गई थी खत्म

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Pratibha Rana
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टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने गए 5 लोगों की मौत, 4 दिन से समुद्र में थे लापता,ऑक्सीजन हो गई थी खत्म

WASHINGTON. अटलांटिक महासागर में लापता टाइटन पनडुब्बी में सवार सभी 5 लोगों की मौत हो गई है। इसकी जानकारी जहाज की कंपनी ओसियनगेट ने दी है। इस पनडुब्बी में पाकिस्तानी अरबपति शहजादा दाऊद, उनके बेटे सुलेमान दाऊद समेत 5 लोग टाइटैनिक जहाज का मलवा देखने गए थे। टाइटैनिक का मलबे तक पहुंचने, वहां घूमने और फिर वापस आने तक का टूर करीब आठ घंटों का रहता है।



शुरुआती 2 घंटों में ही टूट गया था संपर्क



पनडुब्बी में सवार सभी लोग डूबे हुए टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने के लिए गहरे समुद्र में गए थे, जहां इनका संपर्क टूट गया था। 18 जून को ओशनगेट कंपनी की यह पनडुब्बी सफर पर निकली थी, लेकिन शुरुआती 2 घंटों में ही इससे संपर्क टूट गया था। ये पनडुब्बी रविवार (18 जून) दोपहर को लापता हुई थी। जानकारी के अनुसार, सर्च टीम को टाइटैनिक जहाज के पास लापता पनडुब्बी का मलबा मिला थी। मलबा मिलने के बाद विशेषज्ञों की टीम जांच करने में जुट गई थी।



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सभी पांच लोग जाने-माने अरबपति थे



पनडुब्बी के मलबे में सवार सभी पांच लोग जाने-माने अरबपति थे। इसमें ओशनगेट के सीईओ स्टॉकटन रश, शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद, हामिश हार्डिंग और पॉल-हेनरी नार्जियोलेट शामिल थे। टाइटन पनडुब्बी के लापता हो जाने के बाद उत्तरी अटलांटिक में हजारों किलोमीटर तक बड़े पैमाने पर खोज की गई। इस सर्च ऑपरेशन में अमेरिकी और कनाडाई एजेंसियों के साथ-साथ अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां भी शामिल थी।



111 साल पहले हुआ था टाइटैनिक हादसा



 10 अप्रैल 1912 टाइटैनिक ने ब्रिटेन के साउथैम्पटन (ब्रिटेन) से 2200 यात्रियों के साथ अपनी यात्रा शुरू की। ऐसा नहीं था कि टाइटैनिक की चर्चा दुनियाभर में सिर्फ इसके आकार को लेकर हो रही थी, बल्कि इसके अंदर जिस-तरह की सुविधाएं दी गई थीं, वो अपने आप में ही शाही अंदाज की थीं। यात्रा के चौथे दिन बाद 14 अप्रैल की रात 11.40 बजे टाइटैनिक की टक्कर एक आइसबर्ग यानी बहुत बड़े बर्फ का टुकड़े से हो गई। टक्कर के बाद शिप का अलार्म तो बजा, लेकिन जब तक इंजन को घुमाकर जहाज को रास्ते से हटाया जाता, तब तक टक्कर हो चुकी थी। टक्कर के तुरंत बाद टाइटैनिक में तेजी से पानी भरने लगा। जहाज का अगला हिस्सा अब धीरे-धीरे समुद्र में डूबने लगा। इस दौरान जहाज पर सवार लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल था। टक्कर के करीब तीन घंटे बाद यानी रात 2.20 बजे जहाज का अगला हिस्सा समुद्र के आगोश में समा गया और इसका पिछला हिस्सा ऊपर उठ गया। इसके बाद जहाज के दो टुकड़े हुए और करीब 2 घंटे में ये पूरी तरह से अटलांटिक महासागर के बर्फीले पानी में डूब गया। इस हादसे में करीब 700 लोगों की ही जान बच पाई, जबकि करीब 1500 लोगों की मौत हो गई थी।



इन लोगों की हुई मौत



पहला नाम ब्रिटिश उद्योगपति हामिश हार्डिंग



प्राइवेट जेट बेचने वाली कंपनी एक्शन एविएशन के मुखिया थे। अंटार्कटिक लग्जरी टूरिस्ट कंपनी ‘वाइट डेजर्ट’ के साथ भी काम किया। इस कंपनी ने अंटार्कटिका के लिए पहली जेट सर्विस शुरू की थी। हार्डिंग ने नामीबिया से चीतों को लाने में भारत सरकार की मदद की थी। वो साउथ पोल की कई यात्राएं कर चुके हैं। 2022 में जेफ बेजोस की ब्लू ओरिजन कंपनी के साथ अंतरिक्ष की यात्रा पर भी गए थे। वो दुनिया की सबसे गहरी जगह प्रशांत महासागर में स्थिति मेरियाना ट्रेंच में भी उतर चुके थे।



दूसरा और तीसरा नाम पाकिस्तानी मूल के बाप-बेटे का था - शहजादा दाऊद और सुलेमान दाऊद



48 वर्षीय शहजादा दाऊद केमिकल-टू-एनर्जी कंपनी एंग्रो कॉर्पोरेशन के वाइस-प्रेसिडेंट थे। उनकी कंपनी खाद और पेट्रो-केमिकल उत्पाद बनाती है। शहजादा ब्रिटेन के किंग चार्ल्स की चैरिटी प्रिंस ट्रस्ट इंटरनैशनल के बोर्ड मेंबर भी थे। शहजादा के बेटे सुलेमान दाऊद भी पिता के साथ टाइटैनिक का मलबा देखने गए थे।



चौथा नाम, स्टॉकटन रश



रश, टाइटन को ऑपरेट करने वाली कंपनी ओशनगेट के फाउंडर और सीईओ थे। 1981 में जेट ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट से 19 की उम्र में लाइसेंस लिया था। वो उस वक्त दुनिया के सबसे युवा जेट ट्रांसपोर्ट पायलट बने थे। रश के पास प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की डिग्री थी। 2022 में ओशनगेट के फाउंडर और सीईओ स्टॉकटन रश ने CBS न्यूज से बात की थी। इसमें कहा था, मछली पकड़ने वाले जाल या किसी दुर्घटना की वजह से पनडुब्बी फंसी रह सकती है।



पांचवा नाम फ्रांसीसी खोजी पॉल आनरी नार्जियोले का था 



77 साल के पॉल को मिस्टर टाइटैनिक के नाम से जाना जाता था। वो फ्रेंच नेवी में थे। 1987 में पहली बार टाइटैनिक का मलबा देखने समंदर में उतरे थे। उससे दो बरस पहले ही रॉबर्ट बलार्ड ने मलबे की तलाश पूरी की थी। तब से अब तक वो 35 बार इस मलबे तक की यात्रा कर चुके थे।



टाइटन सबमर्सिबल पनडुब्बी हादसे से जुड़ी 10 बड़ी बातें




  • पनडुब्बी रविवार (18 जून) को आठ घंटे की यात्रा पर रवाना हुई थी।


  • टाइटैनिक का मलबा केप कोड से करीब 1,450 किलोमीटर पूर्व और सेंट जॉन्स, न्यूफाउंडलैंड से 644 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है।

  • टाइटन सबमर्सिबल पनडुब्बी पर 5 अरबपति लोग सवार थे।

  • पनडुब्बी पर पाकिस्तानी अरबपति शहजादा दाऊद और उसका 19 साल का बेटा सुलेमान मौजूद था।

  • पनडुब्बी को ढूंढने के लिए अंडरवाटर रोबोट सहित अमेरिका और कनाडा के 3 C-130 हरक्यूलिस एयरक्राफ्ट भेजे गए थे।

  • पनडुब्बी में पहले कभी सफर करने वाले शख्स माइक रीस ने बताया की यात्रियों से डेथ कॉन्ट्रेक्ट पर करवाया गया होगा साइन।

  • इस पनडुब्बी पर सवार अन्य लोगों में ब्रिटिश अरबपति हामिश हार्डिंग, फ्रांसीसी पर्यटक पॉल-हेनरी नार्गियोलेट और ओशियनगेट के सीईओ स्टॉकटन रश शामिल थे।

  • गहरे समुद्र में डूबने के बाद पनडुब्बी में सिर्फ 96 घंटे तक ऑक्सीजन की सप्लाई बची थी।

  • फ्रांसीसी पर्यटक पॉल-हेनरी नार्गियोलेट ने 35 साल तक की थी टाइटैनिक को लेकर रिसर्च।

  • सबमर्सिबल में अन्य पनडुब्बियों की तुलना में बिजली का भंडार सीमित होता है।


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