इंटरनेशनल डेस्क. तालिबान सरकार आफत में आ गई है। शनिवार दोपहर में आए 6.3 तीव्रता के भूकंप में मरने वालों का आंकड़ा 120 हो गया है। 1000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। 3 घंटे के अंदर यहां 6 आफ्टर शॉक भी आए। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हेरात शहर से करीब 40 किमी की दूरी पर था।
6.3 की तीव्रता में सैकड़ों किमी तक कंपन होता है
भूकंप की तीव्रता का अंदाजा उसके केंद्र (एपिसेंटर) से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है। सैकड़ों किलोमीटर तक फैली इस लहर से कंपन होता है। धरती में दरारें तक पड़ जाती हैं। भूकंप का केंद्र कम गहराई पर हो तो इससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी करीब होती है, जिससे बड़ी तबाही होती है।
भारतीय समयानुसार 12 बजे आया
तालिबान सरकार की तरफ से अब तक कोई बयान नहीं आया है। अफगानिस्तान के समय के मुताबिक, भूकंप सुबह करीब 11 बजे (भारतीय समय से 12 बजे) आया। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, अफगानिस्तान में आए आफ्टर शॉक्स की तीव्रता 4.6 से 6.3 के बीच रही।
14 सितंबर को भी 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था
इससे पहले अफगानिस्तान में 14 सितंबर को भी 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था। मार्च में अफगानिस्तान में आए भूकंप में करीब 13 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें 300 लोग घायल हुए थे। अफगानिस्तान में आखिरी बड़ा भूकंपी जून 2022 में आया था। इसकी तीव्रता 6.1 रही थी। पक्तिका प्रान्त में आए भूकंप में करीब हजार लोगों की मौत हुई थी। वहीं 1500 लोग घायल हो गए थे।