इस्लामाबाद. पाकिस्तान में राजनीतिक संकट गहराया हुआ है। आज यानी 31 मार्च को प्रधानमंत्री इमरान खान (69) के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होनी है। इसके बाद 3 अप्रैल को वोटिंग होगी। लेकिन इससे पहले ही इमरान को झटका भी लग गया। 30 मार्च को इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की सहयोगी पार्टी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (MQM) ने भी विपक्ष का दामन थाम लिया। अब ‘कैप्टन’ की सरकार अल्पमत में आती साफ नजर आ रही है।
पाक में सत्ता का गणित: पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में 342 सदस्य हैं। बहुमत के लिए 172 सदस्यों की जरूरत है। MQM के विपक्ष के साथ जाने के बाद इमरान के पास 164 सदस्यों का समर्थन बचा है। इसमें PTI के 155, PML-Q के 4, GDA के 3, BAP के 1 और AML का एक सदस्य शामिल है। उधर, विपक्ष को 175 सदस्यों का समर्थन हासिल है। इसमें PMLN के 84, PPP के 56, MQM-P के 7, MMA के 14, निर्दलीय 3, PML-Q का 1, ANP का 1, BNPM के 4, BAP के 4 और JWP का 1 सदस्य शामिल है।
पीएम की बेदखली में सेना का हाथ: इमरान को सत्ता से हटाने में पाकिस्तान की सेना का बहुत बड़ा हाथ माना जा रहा है। 2018 में सत्ता में आए इमरान अब पाकिस्तान की फौज को हजम नहीं हो रहे। हाल ही में इमरान ने भारतीय सेना की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि भारत की सेना सरकार के फैसलों में दखल नहीं देती। इसके बाद से वे पाक सेना की आंख की किरकिरी बने हुए हैं।
इमरान ने दिखाया सीक्रेट लेटर: इमरान खान ने आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा और ISI के डीजी अंजुम से मीटिंग के बाद सीक्रेट लेटर के मुद्दे पर नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल (NSC) की मीटिंग बुलाई। इमरान ने देश के सीनियर पत्रकारों के साथ सीक्रेट लेटर साझा किया। इसमें सरकार गिराने के लिए विदेशी साजिश की बात होने का दावा है। इमरान के जारी लेटर के मुताबिक, ‘अगर पीएम इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव विफल होता है तो पाकिस्तान के लिए मुश्किलें और बढ़ेंगी। हम खुश नहीं हैं, सब कुछ ठीक होगा, जब अविश्वास प्रस्ताव पास हो जाएगा।’ इमरान ने कहा कि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ये चिट्ठी संसद में पेश करेंगे।
ऐसे आया इमरान की कुर्सी पर संकट
1. 2018 में इमरान खान ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली।
2. 2019 में इमरान ने सेना प्रमुख जनरल बाजवा का कार्यकाल बढ़ा दिया।
3. अक्टूबर 2021 में आईएसआई चीफ के ट्रांसफर को लेकर इमरान और बाजवा के बीच तनातनी हो गई।
4. जनवरी 2022 में इमरान ने सेना पर विपक्ष से डील का आरोप लगाया।
5. 10 मार्च 2022 को पाक आर्मी ने कहा कि वो न्यूट्रल है, दावा है कि मदद ना मिलने से इमरान नाराज हो गए।
6. 20 मार्च 2022 को इमरान खान ने भारतीय सेना की तारीफ कर दी।
7. 30 मार्च को पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल बाजवा ने इमरान खान से 3 घंटे मुलाकात की।