इस्लामाबाद. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan PM Imran) नई राष्ट्रीय सुरक्षा नीति की घोषणा करने वाले हैं। इस गोपनीय सुरक्षा नीति (Secrat Security Policy) में भारत के साथ 100 साल तक दुश्मनी नहीं करने पर जोर दिया गया है। साथ ही इसमें कश्मीर मुद्दे (Kashmir Issue) के अंतिम समाधान से पहले ही भारत के साथ व्यापार शुरू करने का जिक्र है। इस सुरक्षा नीति के कुछ अंश के मीडिया में लीक होने के बाद पाकिस्तान में सियासत गरमा गई है।
100 पेज का डॉक्युमेंट: पाकिस्तान की सिक्योरिटी पॉलिसी के बारे में रिपोर्ट वहीं के अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने ऑफिशियल सोर्सेस के हवाले से खबर जारी की। रिपोर्ट के मुताबिक- पॉलिसी में कहा गया है कि पाकिस्तान अपने करीबी पड़ोसियों से रिश्ते सुधारे बगैर डेवलपमेंट नहीं कर सकता। यही प्लान की सबसे अहम बात है। ये सही है कि भारत और पाकिस्तान के बीच सबसे बड़ा विवाद कश्मीर को लेकर है, लेकिन इसको हल किए बगैर भी पाकिस्तान अब भारत से कारोबार शुरू करने की कोशिश करेगा।
पाकिस्तान में विरोध के स्वर: भारत में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत अब्दुल बासित ने कहा कि क्या पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति को भारत के साथ बातचीत और व्यापार शुरू करने का सुझाव देना चाहिए, वह भी तब जब हिंदुस्तान कश्मीर पर समझौता करने के लिए तैयार नहीं है। यह बहुत बड़ी गलती होगी। इससे पाकिस्तान की कश्मीर नीति कमजोर हो सकती है। एक पाकिस्तानी अधिकारी ने यह भी कहा कि भारत की मौजूदा मोदी सरकार के साथ मेलमिलाप की कोई संभावना नहीं है।
Should Pakistan’s national security policy suggest resuming dialogue and trade with India despite latter’s continuing intransigence on Kashmir, that will be a mistake of massive proportions, to say the least.
— Abdul Basit (@abasitpak1) January 12, 2022
लोगों को पता नहीं लगेगी रिपोर्ट: रिपोर्ट के मुताबिक- पाकिस्तान सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि नेशनल सिक्योरिटी रिपोर्ट को पूरी तरह जनता के सामने नहीं रखा जाएगा। इसका बहुत छोटा हिस्सा ही पब्लिक किया जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें तीनों सेनाओं और एटमी हथियारों का भी जिक्र है। मेन फोकस ट्रेड और कमर्शियल रिलेशन और डेपलपमेंट पर ही है। भारत का खासतौर पर जिक्र है, क्योंकि वो भी एटमी ताकत है।