मध्य एशिया के तीन देश मंगलवार को ब्लैकआउट की वजह से अंधेरे में डूब गए। किर्गीजस्तान, उज्बेकिस्तान और कजाखस्तान की राजधानी समेत कई शहरों में लाखों लोगों को बिना बिजली के रहना पड़ा। अधिकारियों के मुताबिक, लोकल एनर्जी ग्रिड में तकनीकी खराबी की वजह से बिजली सप्लाई लाइन बाधित हुई।
बिजली गुल, उड़ाने रद्द: मंत्रालय ने कहा- यूनिफाइड पावर ग्रिड से जुड़े उज्बेक पावर ग्रिड में वोल्टेज में कमी-तेजी आने से खराबी आ गई। इससे 530 लाइनों पर बिजली आपूर्ति ठप हो गई। बिजली कटने से कई शहरों में पानी आपूर्ति बंद हो गई। ताशकंद के एयरपोर्ट ने बिजली की कमी के कारण उड़ानें और मेट्रो बंद कर दिया गया।
क्रिप्टो करेंसी माइनिंग से भी बिजली संकट: मध्य एशियाई देशों को पावर ग्रिड को गर्मियों में भी बिजली संकट का सामना करना पड़ा है। सूखे की वजह से जल बिजली परियोजनाओं से बिजली उत्पादन में कमी इसकी वजह है। वहीं, कजाकिस्तान में क्रिप्टो करेंसी की माइनिंग से बिजली खपत में उछाल आया है। चीन में प्रतिबंध और पिछले साल के मध्य में बिटकॉइन की कीमतों उछाल आने से भी कजाकिस्तान में क्रिप्टो करेंसी की माइनिंग बढ़ी है।