कीव/मॉस्को. यूक्रेन पर रूस के हमले का आज (26 फरवरी) तीसरा दिन है। बताया जा रहा है कि रूसी सैनिक यूक्रेन की राजधानी में दाखिल हो चुके हैं और उनकी आमने-सामने की लड़ाई हो रही है। वहीं, यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने रूसी पैराट्रूपर्स से भरे दो प्लेन गिराने का दावा किया है। इसमें करीब 300 पैराट्रूपर्स थे। वहीं, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रूस का यूक्रेन पर कब्जे का कोई इरादा नहीं है। अगर यूक्रेन की सेना हथियार डालती है तो हम बातचीत के लिए तैयार हैं।
यूक्रेन के प्रेसिडेंट वेलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि आज की रात हमारे लिए सबसे कठिन होने वाली है, लेकिन हमें खड़े रहना होगा। दुश्मन हमारी क्षमता को तोड़ने की हरसंभव कोशिश करेगा, आज वे हम पर कहर बरपाएंगे।
यूक्रेनी सांसद ने उठाई राइफल: रूसी सेना को कीव की तरफ बढ़ने से रोकने के लिए यूक्रेन की सांसद कीरा रुडिक ने बंदूक उठा ली है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैंने कलाशनिकोव (AK-47) चलाना सीख लिया है और हथियार उठाने के लिए तैयार हूं। कभी नहीं सोचा था कि ऐसा भी दिन आएगा। हमारी महिलाएं देश को बचाने के लिए पुरुषों की तरह ही आगे आएंगी।’
I learn to use #Kalashnikov and prepare to bear arms. It sounds surreal as just a few days ago it would never come to my mind. Our #women will protect our soil the same way as our #men. Go #Ukraine! ???????? pic.twitter.com/UbF4JRGlcy
— Kira Rudik (@kiraincongress) February 25, 2022
रूस के खिलाफ UN में प्रस्ताव और भारत का स्टेंड: रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के उस प्रस्ताव पर वीटो कर दिया, जिसमें मॉस्को से यूक्रेन पर हमला रोकने और सभी सैनिकों को वापस बुलाने की मांग की गई थी। ये प्रस्ताव 25 फरवरी को ही लाया गया था। प्रस्ताव के पक्ष में 11 और विपक्ष में एक वोट पड़ा। चीन, भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) वोटिंग से दूर रहे।
UN में भारत के रिप्रजेंटेटिव टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि अफसोस है कि डिप्लोमैसी का रास्ता छोड़ दिया गया है, हमें उस पर लौटना होगा। इसी के चलते भारत ने प्रस्ताव से दूर रहने का विकल्प चुना। आपसी मतभेदों और विवादों को निपटाने के लिए बातचीत ही एकमात्र तरीका है, हालांकि इस समय यह मुश्किल लग सकता है। यूक्रेन के घटनाक्रम से भारत बहुत ज्यादा परेशान हैं। हिंसा और दुश्मनी को जल्द खत्म करने की सभी कोशिशें की जाएं। इंसानी जान की कीमत पर कोई भी हल नहीं निकाला जा सकता।
भारतीयों को लेने के लिए विमान रवाना: एयर इंडिया का एक विमान AI-1943 ने 25 फरवरी तड़के करीब 3.40 बजे मुंबई से उड़ान भरी। जो भी भारतीय नागरिक सड़क मार्ग से यूक्रेन-रोमानिया सीमा पर पहुंच गए हैं, उन्हें भारतीय अफसर बुखारेस्ट (रोमानिया की राजधानी) ले जाएंगे। इस बीच, कीव स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों के लिए एक और एडवाजरी जारी की है। इसमें यूक्रेन से बाहर निकलने की कोशिश में जुटे भारतीय नागरिकों से कहा गया है कि कि वे भारतीय अधिकारियों के साथ कोऑर्डिनेशन के बिना किसी भी बॉर्डर पोस्ट पर ना जाएं।
Stranded students from Ukraine arrive at Bucharest Airport in Romania.
"Indian embassy in Ukraine & Romania are evacuating us from Ukraine to move us back to India. Since the time we landed here, the Indian embassy in Romania has been taking care of everything," a student said pic.twitter.com/g4qcTzb9GT
— ANI (@ANI) February 26, 2022
#UkraineRussiaCrisis All Indian citizens are advised not to move to any of the border posts without prior coordination with GoI officials at border posts: Embassy of India in Kyiv, Ukraine in an advisory to Indian nationals pic.twitter.com/K2Yeu2YxwP
— ANI (@ANI) February 26, 2022