काबुल. तालिबानी लड़ाकों ने अफगानिस्तान को जीत लिया है। देश के राष्ट्रपति समेत सभी बड़े नेता देश छोड़ चुके हैं। लेकिन अब अफगानी नागरिकों को फिक्र सता रही है कि उनका क्या होगा। तालिबानी लीड़रों के बयानों के मुताबिक देश में अब शरिया कानून (sharia law) लागू होगा। इसके अलावा आतंकी (terror) समूह देश के नाम को बदलकर 'इस्लामिक एमिरेट ऑफ अफगानिस्तान' रखने का ऐलान कर सकता है। 2001 के समय तालिबानियों ने अफगानिस्तान (afghanistan) को यही नाम दिया था।
शरिया कानून का सख्ती से पालन होगा
तालिबानी प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद (Zabiullah Mujahid) ने बताया कि देश में इस्लाम के शरिया कानून का सख्ती से पालन होगा। उन्होंने महिला शिक्षा पर बताया कि देश की महिलाओं को पढ़ने की इजाजत होगी। लेकिन उन्हें हिजाब (Hijab) पहनना होगा। तालिबान (taliban) ने एक अधिकारिक बयान जारी कर कहा कि हम ऐसी समावेशी अफगान सरकार चाहते हैं जहां सभी अफगानों की भागीदारी हो। हम महिलाओं के अधिकारों का भी सम्मान करेंगे।
अफगानी महिलाओं के लिए एकजुट दुनिया
आज पूरी दुनिया अफगानिस्तान को तरस भरी निगाहों से देख रही है। दुनिया की लगभग हर महिला उन अफगान महिलाओं (afgan womens) को लेकर चिंता जता रही है, जिन्होंने उड़ने के लिए अपने पंख फैलाने शुरू ही किए थे।