कीव. आज यानी 7 मार्च को यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध का 12 वां दिन है। यूक्रेन के कई शहरों में रूस ने हमले तेज कर दिए हैं। खारकीव के कई रिहायशी इलाकों पर भी हमला किया गया है। दोपहर में रूस ने पूरे यूक्रेन में सीजफायर (युद्ध विराम) का ऐलान कर दिया है। सीजफायर के दौरान युद्ध में फंसे लोगों को निकालने के लिए ह्यूमन कॉरिडोर बनाया जाएगा। इधर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की झुकने से इनकार कर दिया है। उन्होंने एक संबोधन में कहा कि यह जानबूझकर की गई हत्या है, क्योंकि रूस ने सोमवार को और भी ज्यादा गोलाबारी करने की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि हम इसे कभी नहीं भूलेंगे और न ही इसमें शामिल लोगों को माफ करेंगे।
युद्ध में फंसे लोगों को निकाला जाएगा: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो ने ह्यूमन कॉरिडोर का अनुरोध किया था। इसके बाद भारतीय समयानुसार सोमवार दोपहर 12:30 मिनट से सीजफायर की घोषणा की है। इस दौरान युद्ध में फंसे लोगों को निकाला जाएगा। UN ने दावा किया है कि अब तक 15 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर दूसरे देशों में शरण ले चुके हैं। इस युद्ध में जवानों, महिलाओं और बच्चों सहित कई लोगों की जान गई है। गोलीबारी में 38 बच्चों की मौत हो गई। यह दावा यूक्रेन की संसद के मानवाधिकार कमिश्नर ने किया है।
अमेरिका और नाटो ने दिए हथियार: पेंटागन के मुताबिक, रूस ने यूक्रेन पर 600 से ज्यादा मिसाइल हमले किए है। अमेरिका और नाटो ने यूक्रेन को अपनी आत्मरक्षा के लिए हथियार दिए हैं। एक हफ्ते के अंदर 17 हजार से ज्यादा टैंक रोधी हथियार यूक्रेन को दिए गए हैं। इधर जेलेंस्की झुकने को तैयार नहीं है। उन्होंने युद्ध के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा देने की कसम खाई है। जेलेंस्की ने कहा कि हम अपनी जमीन पर अत्याचार करने वाले सभी लोगों को सजा देंगे। कब्र के अलावा इस धरती पर कोई शांत जगह नहीं होगी।
चाइना ने की मध्यस्थता की पेशकश: चीन ने रूस और यूक्रेन के बीच मध्यस्थता की पेशकश की है। चीन के विदेश मंत्री ने कहा है कि यूक्रेन के संकट का समाधान करने के लिए चीन हर तरह की कोशिश करेगा। उन्होंने कहा कि चीन का रेड क्रॉस यूक्रेन जल्द ही यूक्रेन में सहायता भेजने जा रहा है। रूस के यूक्रेन पर चल रहे आक्रमण की अंतरराष्ट्रीय निंदा के बावजूद बीजिंग और मास्को के बीच दोस्ती अभी भी बहुत मजबूत है।