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International Desk. एक 11 साल की बच्ची जिसे पेट में दर्द हो रहा था, जो भी खाती थी उल्टी के कारण सब बाहर आ जाता था। डॉक्टरों ने उसकी जांच की और फिर ऑपरेशन किया गया। डॉक्टर भी उस वक्त हैरान रह गए जब उसके पेट से एक काफी बड़ा बालों का गुच्छा निकला। यह घटना चेक गणराज्य के एक अस्पताल की है।
डॉक्टर इस निष्कर्ष पर निकले हैं कि बच्ची हेयर ईटिंग डिसऑर्डर से ग्रसित थी। करोड़ों बच्चों में से किसी एक को यह बीमारी होती है। इससे पहले ऐसा मामला पहली बार साल 1968 में देखने को मिला था। आज भी इस बीमारी से ग्रसित बहुत कम मामले ही देखने को मिलते हैं।
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पूर्वी चेक शहर ओपावा के सिलेसियन अस्पताल के प्रमुख सर्जन मैटस पेटेजा ने बताया कि बच्ची के घरवाले जब उसे लेकर अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने बताया था कि बच्ची को भूख नहीं लग रही और बार-बार उल्टियां हो रही हैं। वहीं बच्ची को पेट में चाहे जब दर्द बना रहता था। डॉक्टरों ने बच्ची की सोनोग्राफी कराई जिसमें यह पता चला कि बच्ची को बाल खाने की आदत है। इस बीमारी को रपन्जेल सिंड्रोम के नाम से भी जाना जाता है।
ऑपरेशन के बाद स्वस्थ है बच्ची
डॉक्टरों ने बताया कि यह बीमारी तथाकथित ट्राइकोटिलोमेनिया और ट्राइकोफैगिया से जुड़ी हुई है, जिसमें मरीज अपने बालों को खींचता और खाता है। उन्होंने कहा कि सिंड्रोम ज्यादातर लड़कियों को बचपन से लेकर वयस्क होने तक प्रभावित करता है। डॉक्टर ने बताया कि ऑपरेशन के बाद पेट से बियर मग के आकर का बालों का गुच्छा निकला, जो 20 सेंटीमीटर लंबा और 8 सेंटीमीटर चौड़ा था। यह गुच्छा इतना बड़ा था कि उसे बच्ची के मुंह से नहीं निकाला जा सकता था, इसलिए ऑपरेशन के अलावा कोई विकल्प नहीं था। डॉक्टर ने बताया कि बच्ची अब पूरी तरह से ठीक है, हालांकि उसे मनोरोग और मनोवैज्ञानिक परामर्श की आवश्यकता अभी पड़ेगी।
इससे पहले इंग्लैंड में 2017 में 16 वर्षीय लड़की की इस स्थिति से मौत हो गई जब उसके पेट में एक हेयरबॉल की वजह से इंफेक्शन हो गया था। पहली बार 1968 में इस बीमारी का नाम एक फेयरी-टेल कैरेक्टर, रॅपन्जेल के नाम पर रखा गया था, जो अपने लंबे बालों के लिए प्रसिद्ध थी।