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NEW DELHI. पड़ोसी मुल्क नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल दिल्ली एम्स में ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिए गए। इसके बाद वह विमान से अपने देश लौट गए। उनको सीने से संबंधित बीमारी थी। कई दफा उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई। वो पहले नेपाली अस्पतालों में भर्ती हुए थे, लेकिन वहां ठीक नहीं हो पा रहे थे।
19 अप्रैल को रामचंद्र पौडेल लाए गए थे दिल्ली एम्स
इस महीने 19 अप्रैल को रामचंद्र पौडेल दिल्ली एम्स लाए गए। यहां कई दिनों तक उनका इलाज चला। उसके बाद नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की ओर से उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। नेपाल के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जानकारी दी गई है कि 78 वर्षीय पौडेल ठीक होने के बाद रविवार रात काठमांडू लौट गए।
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दिल्ली एम्स में उचित उपचार मिलाः राष्ट्रपति कार्यालय
राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में कहा, "राष्ट्रपति पौडेल को दिल्ली एम्स में उचित उपचार मिला। इलाज पूरा होने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिलने पर राष्ट्रपति पौडेल नेपाल एयरलाइंस की नियमित उड़ान से वह वापस काठमांडू लौट गए हैं।" बयान में कहा गया कि उन्हें एम्स में विभिन्न स्वास्थ्य जांच व उपचार की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। वो काफी उम्रदराज हो गए हैं और उनके इलाज में शामिल डॉक्टरों ने उन्हें कुछ और हफ्तों तक आराम करने की सलाह दी है। राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता सागर आचार्य की ओर से बताया गया कि उन्हें पहले भी दिल्ली एम्स लाया गया था।
मार्च में राष्ट्रपति पद की ली थी शपथ
राम चंद्र पौडेल ने मार्च में ही नेपाल के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। वह नेपाली कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता हैं। उन्होंने वहां राष्ट्रपति चुनाव में 33,802 चुनावी वोट हासिल किए थे, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी सुभाष चंद्र नेम्बवांग मात्र 15,518 चुनावी वोट ही हासिल कर पाए थे। इस तरह पौडेल ने 18 हजार 284 वोटों के भारी अंतर से राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की थी।