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International Desk. अफ्रीका के देश सूडान में गृहयुद्ध के हालात बन चुके हैं। राजधानी खार्तूम में भीषण गोलीबारी और धमाकों का दौर जारी है। इस हिंसक झड़प के चलते पूरे देश में विकट परिस्थितियां उत्पन्न हो चुकी हैं। गृहयुद्ध की हिंसा में अब तक कई लोगों की जानें जा चुकी हैं। हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि सूडान के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सभी उड़ाने रद्द कर दी गई हैं। ऐसे में वहां फंसे विदेशी नागरिकों के लिए वहां से निकल पाना मुश्किल हो गया है।
वहीं इस बीच खबर यह भी है कि हवाई अड्डे पर कई विमानों में आग लग चुकी है। वहां की सेना के मुख्यालय और डिफेंस मिनिस्ट्री पर भी हमला हो चुका है। जहां-तहां से गोलियों की आवाज से राजधानी गूंज खार्तूम गूंज रही है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने बताया है कि दक्षिण खार्तूम में मौजूद सैन्य ठिकानों पर वहां की रैपिड सपोर्ट फोर्स ने हमला कर दिया है। दावा यह किया जा रहा है कि वहां पर अब उनका नियंत्रण है। फेसुबक पर रैपिड सपोर्ट फोर्स की ओर से कहा गया कि उन्होंने राजधानी खार्तूम और कुछ अन्य शहरों में प्रमुख सरकारी स्थलों को पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लिया है।
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भारत की ओर से जारी की गई एडवाइजरी
सूडान के गृहयुद्ध के मद्देनजर वहां भारतीय दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी की है। एंबेसी की ओर से ट्विटर पर कहा गया है कि सभी भारतीयों के लिए अलर्ट, सूडान में गोलीबारी और हिंसक झड़पों को देखते हुए भारतीयों को सलाह दी जाती है कि वे अत्यधिक सावधानी बरतें। घर के अंदर रहें और तत्काल प्रभाव से बाहर निकलना बंद करें। शांत भी रहें और अधिक जानकारी के लिए इंतजार करें।
इस वजह से बिगड़े हालात
दरअसल इस पूरे विवाद की वजह रैपिड सपोर्ट फोर्स को आर्मी में शामिल किए जाने की मांग को बताया जा रहा है। खबर है कि सूडानी सेना चाहती है कि वहां अर्धसैनिक बल के तहत आने वाली रैपिड सपोर्ट फोर्स को सेना में शामिल नहीं किया जाना चाहिए। उधर आरएसएफ खुदको सेना का दर्जा देता है।
सूडानी सेना कह रही करार जवाब मिलेगा
राजधानी खार्तूम में फैली हिंसा के बाद सेना की ओर से कहा जा रहा है कि मुल्क की सुरक्षा उनके हाथों में है और देश को नुकसान पहुंचाने वालों को करारा जवाब दिया जाएगा। उधर सूडानी अर्धसैनिक बल दावा कर रहे हैं कि देश के कई प्रमुख इलाके अब उसके नियंत्रण में हैं।