Ankara. तुर्की में 6 फरवरी 2023 की सुबह करीब सवा चार बजे 7.8 तीव्रता का भूकंप आया है। इसका केंद्र गजियांटेप इलाके में था। अब तक मौतों का आंकड़ा स्पष्ट नहीं है। लेकिन सैकड़ों लोगों के मारे जाने का अंदेशा जताया जा रहा है। भूकंप के कारण दर्जनों जमींदोज हो चुकी हैं। पेट्रोल की पाइपलाइन फटने से कई जगहों पर आग लग गई है। गजियांटेप सीरिया सीमा के पास स्थित है. सीरिया में भी तबाही मची है. पिछले 24 वर्षों में आए भूकंपों की वजह से तुर्की में 18 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद 7.5 तीव्रता का दूसरा बड़ा भूकंप आया, इससे लोग खौफ में आ गए। दोनों भूकंपों ने तुर्की और सीरिया को कम से कम छह बार जोर-जोर से हिलाया। सबसे बड़ा झटका 40 सेकेंड तक महसूस किया गया, इसी ने सबसे ज्यादा तबाही भी मचाई। असल में तुर्की चार टेक्टोनिक प्लेटों के जंक्शन पर बसा हुआ है इसलिए किसी भी प्लेट में जरा सी हलचल पूरे इलाके को हिला देता है। भूकंप को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है। भूविज्ञानियों की मानें तो 8 रिक्टर स्केल के भूकंप में उस जगह पर धरती उलट-पुलट हो जाती है। इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि तुर्की में 7.8 रिक्टर के भूकंप ने कितनी तबाही मचाई होगी।
तुर्की का ज्यादातर हिस्सा एनाटोलियन प्लेट पर स्थित है, एनाटोलियन का मतलब है छोटा एशिया। इस प्लेट के पूर्व में ईस्ट एनाटोलियन फॉल्ट है, बाईं तरफ ट्रांसफॉर्म फॉल्ट है। जो अरेबियन प्लेट के साथ जुड़ता है वहीं दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम में अफ्रीकन प्लेट है।जबकि, उत्तर दिशा की तरफ यूरेशियन प्लेट है, जो उत्तरी एनाटोलियन फॉल्ट जोन से जुड़ा है।
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एंटीक्लॉक वाइस घूम रही है एनाटोलियन टेक्टोनिक प्लेट
भूविज्ञानियों का मानना है कि तुर्की के नीचे मौजूद एनाटोलियन टेक्टोनिक प्लेट घड़ी के विपरीत दिशा में घूम रही है, यानी एंटीक्लॉकवाइज। साथ ही इसे अरेबियन प्लेट धक्का दे रही है। अब ये घूमती हुई एनाटोलियन प्लेट को जब अरेबियन प्लेट धक्का देती है, तब यह यूरेशियन प्लेट से टकराती है, तब भूकंप के तगड़े झटके लगते हैं।
एक थ्योरी ये भी है कि एनाटोलियन टेक्टोनिक प्लेट धरती के क्रस्ट का वह तैरता हुआ बड़ा हिस्सा है, जो तीन प्लेटों के बीच समुद्र में तैर रहा है। उत्तरी एनाटोलियन प्लेट की स्टडी के बाद पता चला है कि वह एनाटोलिया यूरेशियन प्लेट से अलग हो चुकी है, अब इसे अरेबियन प्लेट दबा रहा है, जबकि यूरेशियन प्लेट इस दबाव को रोक रही है। अफ्रीकन प्लेट लगातार एनाटोलियन प्लेट के नीचे धंस रही है, ये प्राकृतिक घटना साइप्रस के नीचे हो रहा है।
7 रिक्टर के ऊपर कब और कितने भूकंप आए, कितने लोग मारे गए
7.8 तीव्रता |
तुर्की में किस महीने रहता है भूकंप का सबसे ज्यादा खतरा
जनवरी |
किस दौर में कितने लोग मारे गए
- 1900 से पहले तुर्की में भूकंपों की वजह से 6 लाख से ज्यादा मौतें हुई थीं।
- 1900 से 1999 तक करीब 70 हजार मौतें।
- 2000 से अब तक करीब 1000 मौतें।
क्या होती हैं टेक्टोनिक प्लेट्स
हमारी पृथ्वी प्रमुख तौर पर चार परतों से बनी है, यानी इनर कोर , आउटर कोर , मैंटल और क्रस्ट। क्रस्ट सबसे ऊपरी परत होती है, इसके बाद होता है मैंटल, ये दोनों मिलकर बनाते हैं लीथोस्फेयर। लीथोस्फेयर की मोटाई 50 किलोमीटर है, जो अलग-अलग परतों वाली प्लेटों से मिलकर बनी है, जिसे टेक्टोनिक प्लेट्स कहते हैं।
इसलिए आता है भूकंप
धरती के अंदर सात टेक्टोनिक प्लेट्स हैं, ये प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेट आपस में टकराती हैं, रगड़ती हैं, एकदूसरे के ऊपर चढ़ती या उनसे दूर जाती हैं, तब जमीन हिलने लगती है। इसे ही भूकंप कहते हैं। भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल करते हैं। जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहते हैं।