4 टेक्टोनिक प्लेटों के संगम पर बसा है तुर्की, इसलिए अक्सर आते रहते हैं भूचाल, 24 साल में 18 हजार की हो चुकी मौत

author-image
Rajeev Upadhyay
एडिट
New Update
4 टेक्टोनिक प्लेटों के संगम पर बसा है तुर्की, इसलिए अक्सर आते रहते हैं भूचाल, 24 साल में 18 हजार की हो चुकी मौत

Ankara. तुर्की में 6 फरवरी 2023 की सुबह करीब सवा चार बजे 7.8 तीव्रता का भूकंप आया है।  इसका केंद्र गजियांटेप इलाके में था। अब तक मौतों का आंकड़ा स्पष्ट नहीं है। लेकिन सैकड़ों लोगों के मारे जाने का अंदेशा जताया जा रहा है। भूकंप के कारण दर्जनों जमींदोज हो चुकी हैं। पेट्रोल की पाइपलाइन फटने से कई जगहों पर आग लग गई है। गजियांटेप सीरिया सीमा के पास स्थित है. सीरिया में भी तबाही मची है. पिछले 24 वर्षों में आए भूकंपों की वजह से तुर्की में 18 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 





7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद 7.5 तीव्रता का दूसरा बड़ा भूकंप आया, इससे लोग खौफ में आ गए। दोनों भूकंपों ने तुर्की और सीरिया को कम से कम छह बार जोर-जोर से हिलाया। सबसे बड़ा झटका 40 सेकेंड तक महसूस किया गया, इसी ने सबसे ज्यादा तबाही भी मचाई। असल में तुर्की चार टेक्टोनिक प्लेटों के जंक्शन पर बसा हुआ है इसलिए किसी भी प्लेट में जरा सी हलचल पूरे इलाके को हिला देता है। भूकंप को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है। भूविज्ञानियों की मानें तो 8 रिक्टर स्केल के भूकंप में उस जगह पर धरती उलट-पुलट हो जाती है। इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि तुर्की में 7.8 रिक्टर के भूकंप ने कितनी तबाही मचाई होगी। 





तुर्की का ज्यादातर हिस्सा एनाटोलियन प्लेट पर स्थित है, एनाटोलियन का मतलब है छोटा एशिया। इस प्लेट के पूर्व में ईस्ट एनाटोलियन फॉल्ट है, बाईं तरफ ट्रांसफॉर्म फॉल्ट है। जो अरेबियन प्लेट के साथ जुड़ता है वहीं दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम में अफ्रीकन प्लेट है।जबकि, उत्तर दिशा की तरफ यूरेशियन प्लेट है, जो उत्तरी एनाटोलियन फॉल्ट जोन से जुड़ा है। 




  • यह भी पढ़ें 


  • मोदी बेंगलुरु में भारत ऊर्जा सप्ताह में शामिल हुए, सोलर कुकिंग सिस्टम का अनावरण, एथेनॉल युक्त पेट्रोल E20 भी लॉन्च करेंगे



  • एंटीक्लॉक वाइस घूम रही है एनाटोलियन टेक्टोनिक प्लेट



    भूविज्ञानियों का मानना है कि तुर्की के नीचे मौजूद एनाटोलियन टेक्टोनिक प्लेट घड़ी के विपरीत दिशा में घूम रही है, यानी एंटीक्लॉकवाइज। साथ ही इसे अरेबियन प्लेट धक्का दे रही है। अब ये घूमती हुई एनाटोलियन प्लेट को जब अरेबियन प्लेट धक्का देती है, तब यह यूरेशियन प्लेट से टकराती है, तब भूकंप के तगड़े झटके लगते हैं। 



    publive-image



    एक थ्योरी ये भी है कि एनाटोलियन टेक्टोनिक प्लेट धरती के क्रस्ट का वह तैरता हुआ बड़ा हिस्सा है, जो तीन प्लेटों के बीच समुद्र में तैर रहा है। उत्तरी एनाटोलियन प्लेट की स्टडी के बाद पता चला है कि वह एनाटोलिया यूरेशियन प्लेट से अलग हो चुकी है, अब इसे अरेबियन प्लेट दबा रहा है, जबकि यूरेशियन प्लेट इस दबाव को रोक रही है। अफ्रीकन प्लेट लगातार एनाटोलियन प्लेट के नीचे धंस रही है, ये प्राकृतिक घटना साइप्रस के नीचे हो रहा है। 

     



    7 रिक्टर के ऊपर कब और कितने भूकंप आए, कितने लोग मारे गए 









     7.8 तीव्रता


    तुर्की में आज आए भूकंप की बराबर तीव्रता का भूकंप इससे पहले 1939 में आया था, उसमें 32,700 से ज्यादा लोग मारे गए थे। 





    7.6 तीव्रता


    17 अगस्त 1999 में तुर्की के इजमित में भूकंप आया, इसमें 17 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। उससे पहले 23 जुलाई 1784 को एरजिनकान में इसी पैमाने का भूकंप आया था, जिसमें 5 से 10 हजार लोगों के मारे जाने का अनुमान है। 





    7.5 तीव्रता


    इस तीव्रता के तुर्की में अब तक छह भूकंप आए हैं, 13 दिसंबर 115 सीई में 7.5 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें ढाई लाख से ज्यादा लोग मारे गए थे। 23 फरवरी 1653 को आए भूकंप में 2500 लोग मारे गए। 7 मई 1930 को आए भूकंप में 2500 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी, 26 नवंबर 1943 को आए भूकंप में करीब 5 हजार लोग मारे गए थे, 1 फरवरी 1944 में फिर इसी तीव्रता का भूकंप आया, चार हजार लोग मारे गए। 24 नवंबर 1976 को आए भूकंप में चार हजार लोग मारे गए।





    7.4 तीव्रता


    इस तीव्रता का भूकंप एक ही बार आया है, ये बात है 2 जुलाई 1840 की है, इस भूकंप में 10 हजार लोग मारे गए थे। 





    7.3 तीव्रता


    3 अप्रैल 1881 में आए भूकंप से 7866 लोगों की मौत हुई, 10 अक्टूबर 1883 को आए भूकंप से 120 लोग मारे गए, 9 अगस्त 1953 को आए भूकंप से 216 लोग मारे गए। 





    7.2 तीव्रता


    10 सितंबर 1509 में आए भूकंप से 10 हजार लोग मारे गए, 3 अप्रैल 1872 में 1800 लोग मारे गए, 18 मार्च 1953 को 265 लोग, 12 नवंबर 1999 में 894 लोग, 28 मार्च 1970 को 1086 लोग और 23 अक्टूबर 2011 को 604 लोग मारे गए। 





    7.1 तीव्रता


    22 मई 1766 को 4 हजार लोग मारे गए, 20 सितंबर 1899 को 1470 लोग मारे गए, 25 अप्रैल 1957 को 67 लोग और 26 मई 1957 को 52 लोग मारे गए। 





    7.0 तीव्रता


    13 जुलाई 1688 को 10 हजार लोग मारे गए, 10 जुलाई 1894 को 1300 लोग मारे गए, 6 अक्टूबर 1964 को 23 लोग मारे गए, 20 दिसंबर 1942 को तीन हजार लोग मारे गए, 30 अक्टूबर 2020 में 117 लोग मारे गए। 






    तुर्की में किस महीने रहता है भूकंप का सबसे ज्यादा खतरा









    जनवरी


    पांच भूकंप 





    फरवरी


    सात भूकंप





    मार्च


    छह भूकंप 





    अप्रैल 


    पांच भूकंप 





    मई -


    नौ भूकंप 





    जून 


    पांच भूकंप 





    जुलाई


    आठ भूकंप





    अगस्त


    सात भूकंप





    सितंबर


    सात भूकंप





    अक्टूबर


    नौ भूकंप





    नवंबर 


    छह भूकंप





    दिसंबर


    चार भूकंप 






    किस दौर में कितने लोग मारे गए



    - 1900 से पहले तुर्की में भूकंपों की वजह से 6 लाख से ज्यादा मौतें हुई थीं।




    - 1900 से 1999 तक करीब 70 हजार मौतें। 




    - 2000 से अब तक करीब 1000 मौतें। 



    क्या होती हैं टेक्टोनिक प्लेट्स



    हमारी पृथ्वी प्रमुख तौर पर चार परतों से बनी है, यानी इनर कोर , आउटर कोर , मैंटल  और क्रस्ट। क्रस्ट सबसे ऊपरी परत होती है, इसके बाद होता है मैंटल, ये दोनों मिलकर बनाते हैं लीथोस्फेयर। लीथोस्फेयर की मोटाई 50 किलोमीटर है, जो अलग-अलग परतों वाली प्लेटों से मिलकर बनी है, जिसे टेक्टोनिक प्लेट्स कहते हैं। 



    इसलिए आता है भूकंप 



    धरती के अंदर सात टेक्टोनिक प्लेट्स हैं, ये प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेट आपस में टकराती हैं, रगड़ती हैं, एकदूसरे के ऊपर चढ़ती या उनसे दूर जाती हैं, तब जमीन हिलने लगती है। इसे ही भूकंप कहते हैं। भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल करते हैं। जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहते हैं।


    earthquake in turkey Earthquakes occur frequently 18 thousand died in 24 years. earthquake of 7.8 Richter तुर्की में भूकंप अक्सर आते हैं भूचाल 24 साल में 18 हजार मर चुके 7.8 रिक्टर का शक्तिशाली भूकंप