बोल हरि बोल : बड़े साहब का साफा, मंत्रीजी की रेट लिस्ट और मैडम के वल्गर चुटकुले... हे मां सद्बुद्धि दीजिए इन्हें!

प्रशासनिक मुखिया को लेकर इन दिनों मंत्रालय में खासी चर्चा है। मंत्रालय के वरिष्ठ अफसर आपस में कहते ​सुने जा सकते हैं कि हमारे नए साहब कोई भी बात की शुरुआत ही दिल्ली से करते हैं।

Advertisment
author-image
Harish Divekar
New Update
बोल हरि बोल

ॐ सर्वमंगलमांगल्ये, शिवे सर्वार्थसाधिके। 
शरण्ये त्र्यम्बके गौरी, नारायणि नमोऽस्तुते॥

नवरात्रि में हर कोई मां की भक्ति में लीन है। इसलिए आज के बोल हरि बोल की शुरुआत भी मां की आराधना से ही। मां से सर्वमंगल की कामना है और प्रार्थना है सबको सद्बुद्धि देने की भी। 

अब देखिए न ग्वालियर- चंबल के मंत्रीजी की बुद्धि फिर गई और वे पड़ गए मुश्किल में। अब मंत्रीजी के कामकाज की रेट लिस्ट भोपाल से दिल्ली तक पहुंच गई है। मैडम को भी मां सद्बुद्धि दें, क्योंकि वे वल्गर चुटकुले शेयर करने से बाज नहीं आ रही हैं। उन्हें वॉट्सऐप ग्रुप से बाहर कर दिया गया है। 

नए बड़े साहब के चर्चे भी खूब हैं। वे तो नई परम्पराएं शुरू कर रहे हैं। लिहाजा, डॉक्टर साहब के स्तर पर नाराजगी जताई गई है। विंध्य की एसपी मैडम के पीछे कुछ नेता हाथ धोकर पीछे पड़ गए हैं, इन्हें भी सद्बुद्धि की जरूरत है। 

खैर, देश प्रदेश में खबरें तो और भी हैं, पर आप तो सीधे नीचे उतर आईए और बोल हरि बोल के रोचक किस्सों का आनंद लीजिए। 

नए सबका, नई परम्पराएं

अभी आमद दिए बड़े साहब को चंद दिन हुए हैं और वे नई परम्पराएं शुरू करने लगे हैं। हुआ यूं कि साहब ने या तो भूल कहें अथवा उत्साह... लेकिन कुछ लोगों से साफा पहन लिया, फिर ज्ञापन लिया। डॉक्टर साहब के स्तर पर साहब के इस उत्साह पर नाराजगी जताई गई है। अब साहब भी क्या करें, अभी- अभी तो आए हैं, उनके सामने नई लकीर खींचने की चुनौती है। बहरहाल, उनका यह अंदाज मंत्रालय से लेकर नेतानगरी तक चर्चा का विषय बना हुआ है। जलने वाले तो न जाने क्या- क्या कह रहे हैं। हम तो यही कहेंगे कि साहब सद्बुद्धि के साथ काम करें और अपने विजन के साथ नई लकीर खींचें। 

ये खबर भी पढ़िए...बोल हरि बोल : सत्ता-सिस्टम में बूढ़े शेर, कमिश्नर की वो कुर्सी... और अब कौन होगा अफसरों का सरताज?

मंत्रीजी पर लगे दाग

ग्वालियर चंबल क्षेत्र से आने वाले मंत्रीजी इन दिनों चर्चा में हैं। दरअसल, मंत्री के एक खास समर्थक का ऑडियो बाजार में आया है। वो मंत्रीजी से काम कराने की रेट लिस्ट पर चर्चा कर रहा है। इस समर्थक का नाम राघवेन्द्र बताया जा रहा है। क्या वाकई राघवेन्द्र बाबू मंत्रीजी का लेन- देन देखते हैं या फिर उनके नाम पर काम चमका रहे हैं। अब ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा, लेकिन फिलहाल तो मंत्रीजी के ग्रह नक्षत्र मानो रूठ गए हैं। बैठे बिठाए उनका काम लग गया है। भाई लोगों ने इसकी पेन ड्राइव बनाकर मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष तक पहुंचा दी है। अब देखना होगा कि मंत्रीजी को आदिशक्ति मां क्या सद्बुद्धि देती हैं, जिससे वे इस फेर से बाहर आ पाएं।  

वॉटसएप ग्रुप से मैडम को किया बाहर

आईएएस के ऑफिशियल वॉटसएप ग्रुप से मैडम को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। दरअसल, मैडम रिटायर्ड आईएएस हैं। वे आए दिन ग्रुप में वल्गर चुटकले शेयर किया करती थीं। इसके लिए उन्हें कई बार समझाइश दी गई कि ये आईएएस अफसरों का ऑफिशियल ग्रुप है। यहां उनसे संबंधित आदेश और सरकारी जानकारी शेयर करें, लेकिन मैडम कहां मानने वाली थीं। इसके बाद सीनियर अधिकारियों ने एक राय होकर मैडम को ग्रुप से बाहर निकाल दिया। अब मैडम आईएएस सोशल वॉट्सएप ग्रुप में वल्गर चुटकले शेयर कर रही हैं। पता नहीं उन्हें कब सद्बुद्धि आएगी। 

सुनो! मिस्टर आप कौन हैं?

मुख्य सचिव लंंबे समय से दिल्ली में पदस्थ रहे। ऐसे में वो कई नए नवेले आईएएस अफसरों को ठीक से पहचानते नहीं हैं। ऐसा ही एक मामला पीडब्ल्यूडी की रिव्यू मीटिंग में देखने को मिला। जब मुख्य सचिव ने एक आईएएस अफसर से पूछ लिया कि मिस्टर आप कौन हैं? मुख्य सचिव के इस सवाल पर युवा आईएएस थोड़े सकपका गए। फिर घबराकर बोले कि सर मैं 2012 बैच का आईएएस चन्द्रमोहन ठाकुर हूं। बीडीसी का एमडी हूं। सामने से सवाल आया कि ये बीडीसी क्या है? इस पर आईएएस ने कहा कि सर बिल्डिंग डेवलपमेंट कॉरपोरेशन। फिर साहब बोले, अरे! ये कब बन गया?

ये खबर भी पढ़िए...बोल हरि बोल : वर्चस्व की जंग... खाकी में लालाजी ही लालाजी, मंत्रीजी का गुस्सा और मैडम की फटकार

मैडम का पुनर्वास अटक गया

लगता है कि मैडम का अच्छा समय चला गया। एक समय ऐसा भी आया था कि मैडम बड़े- बड़े दिग्गजों को पछाड़कर हॉट सीट पर जा बैठीं थी। इतना ही नहीं, मैडम को एक एक्सटेंशन भी मिला। इसके बाद उनकी किस्मत जोरदार होने की चर्चा चल पड़ी। मैडम का कार्यकाल पूरा होने का समय आया तो उनके पुनर्वास की फाइल भी तेजी से दौड़ी, लेकिन मैडम के कुर्सी से हटते ही पूरा मामला ठंडे बस्ते में चला गया। बता दें कि फाइल को हाल फिलहाल दबा दिया गया है। 

बात- बात में दिल्ली की कहानी

प्रशासनिक मुखिया को लेकर इन दिनों मंत्रालय में खासी चर्चा है। मंत्रालय के वरिष्ठ अफसर आपस में कहते ​सुने जा सकते हैं कि हमारे नए साहब कोई भी बात की शुरुआत ही दिल्ली से करते हैं। केन्द्र में ऐसा होता है, केन्द्र में वैसा होता है। कुछ अफसर ये भी कहते सुने जा सकते हैं कि भैया हम भी केन्द्र में रह चुके हैं। वहां क्या होता है? हमें पता है। साहब को समझना होगा कि प्रदेश में भी बहुत अच्छा हो रहा है। दिलजलों का क्या है, बोलते हैं तो बोलने दीजिए। नए साहब को हमारी शुभकामनाएं हैं। अब कुर्सी संभाल ही ली है तो अपना इकबाल बुलंद करके दिखाएं।

महिला एसपी के पीछे पड़े नेता

विंध्य क्षेत्र के एक जिले में पदस्थ महिला एसपी के पीछे स्थानीय नेता पड़ गए हैं। आए दिन एसपी के खिलाफ भोपाल में मोर्चा खोल देते हैं। अंदर की बात ये है कि एसपी मेडम ने नेताओं के धंधों पर हाथ डाल दिया है। गणित गड़बड़ाता देख जिले के धुर विरोधी नेता एक सुर में मेडम के खिलाफ खड़े हो गए हैं। पॉवर हब वाले जिले में पॉवर शो का खेल चालू है। डॉक्टर साहब के पास महिला एसपी की शिकायतें पहुंच रही हैं, लेकिन डॉक्टर साहब ने एक्शन से पहले महिला एसपी की कुंडली मांग ली है कि क्या वाकई में एसपी गड़बड़ है या फिर कोई साजिश? देखते हैं, डॉक्टर साहब किसका इलाज करते हैं।

thesootr links

द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

 

 

 

BOL HARI BOL बोल हरि बोल हरीश दिवेकर बोल हरि बोल बोल हरि बोल हरीश दिवेकर Bol Hari Bol Harish Divekar स्पेशल कॉलम बोल हरि बोल बोल हरि बोल 6 अक्टूबर bol hari bol 6 october