दिल्ली. कोरोना की वजह पिछले डेढ़ साल में कई बदलाव हुए, इन्हीं में से एक है ऑनलाइन ग्रॉसरी स्टोर। बिग बास्केट, जियो मार्ट जैसी कई कंपनियों ने ग्रॉसरी खरीदना आसान कर दिया है। इसी रेस में अब स्विगी भी आने वाला है। दरअसल, स्विगी एक नए प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। इसका नाम स्विगी बाजार है। स्विगी बाजार छोटे-छोटे कस्बे, शहरों और गांव में ग्रॉसरी पहुंचाने का काम करेगा।
क्या है स्विगी की योजना
कंपनी बड़ी मात्रा में सामान खरीदेगी। सामान को अनपैक्ड ही रखा जाएगा और उसे कम्युनिटी लीडर को सौंपा जाएगा। हर आइटम की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वॉट्सऐप से ली जाएगी। इसकी वजह एंड कंज्यूमर (End consumer) होगा। एंड कंज्यूमर वो व्यक्ति होता है जो सामान खरीदता या इस्तेमाल करता हैं। स्विगी की योजना एंड कंज्यूमर तक ब्रांडेड माल पहुंचाने की है। इसका फायदा गांव, छोटे कस्बे और शहरों में दिखेगा। इस प्रयोग के लिए स्विगी बड़ी संख्या में हायरिंग (Hiring) भी कर रहा है। स्विगी इसे स्विगी बाजार के नाम उतारने वाला है।
इस ट्रेंड की शुरुआत कैसे हुई
2019 में पहली बार जब कोरोना ने पैर पसारे तो चीन ने इस ट्रेंड को फॉलो करना शुरू कर दिया। ये ट्रेंड काफी पॉपुलर रहा। पिछले साल लॉकडाउन लगने की वजह से कई यूजर्स ने नई तरीके अपनाए यानी खाने-पीने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया। छोटी-छोटी चीजें खरीदने की वजह से स्टार्टअप को बढ़ावा मिला। अब स्विगी को उम्मीद है कि इसका फायदा उन्हें भी होगा। फिलहाल स्विगी ने इसे लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
कैसे खरीद सकते है
आप सामान खरीदने के लिए किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (फेसबुक, इंस्टाग्राम, वॉट्सऐप) का इस्तेमाल कर सकते हैं। किसी एक ऐप पर लोगों को निर्भर नहीं होना पड़ेगा। ये व्यवस्था उनलोगों के लिए मददगार होगी जो इन प्लेटफॉर्म से सामान खरीदना चाहते है।