आखिरकार भगोड़े कारोबारी विजय माल्या का किंगफिशर हाउस बिक गया। प्रॉपर्टी मुंबई में हवाई अड्डे के पास आलीशान विले पार्ले इलाके में स्थित है । इसे हैदराबाद के प्राइवेट डेवलपर्स सैटर्न रियल्टर्स ने 52 करोड़ रुपए में खरीदा। किंगफिशर हाउस को डेट रिकवरी ट्रिब्यूनल (DRT) ने बेचा। बिक्री भाव अपने रिजर्व प्राइस 135 करोड़ रुपए का लगभग एक तिहाई है।यह प्रॉपर्टी किंगफिशर एयरलाइंस का हेड ऑफिस रहा है। माल्या की एयरलाइन कंपनी अब बंद हो चुकी है। प्रॉपर्टी का एरिया 1,586 वर्ग मीटर है, जबकि प्लॉट 2,402 वर्ग मीटर का है। ऑफिस की बिल्डिंग में बेसमेंट, एक ग्राउंड फ्लोर, एक अपर ग्राउंड फ्लोर और एक अपर फ्लोर है । रियल एस्टेट इंडस्ट्रीज के एक्सपर्ट्स का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि शुरुआत में बैंकों ने एक अरियलिस्टिक रिजर्व प्राइस तय किया था क्योंकि प्रॉपर्टी की कई सीमाएं थीं । इसमें कहा गया है कि प्रॉपर्टी के विकास की ज्यादा गुंजाइश नहीं है क्योंकि यह मुंबई हवाई अड्डे के बाहरी इलाके में स्थित है ।
नीलामी की कई कोशिशें नाकाम रहीं
लेंडर्स ने मार्च 2016 में पहली बार 150 करोड़ रुपए के रिजर्व प्राइस के साथ प्रॉपर्टी की नीलामी करने की कोशिश की थी ।इसके बाद कई बार प्रॉपर्टी की नीलामी की कोशिश की गई लेकिन नाकाम रही । माल्या को विलफुल डिफॉल्टर घोषित किया गया है और किंगफिशर एयरलाइंस से संबंधित लोन न भरने की वजह से उसे दिवालिया घोषित किया गया है। जिसकी वजह से Kingfisher Airlines को 2012 में बंद कर दिया गया था ।
किंगफिशर एयरलाइंस 2012 से बंद
Kingfisher Airlines पर भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के नेतृत्व में भारत में बैंकों के एक कंसोर्टियम का लगभग 10,000 करोड़ रुपए बकाया है । माल्या यूके में प्रत्यर्पण कार्यवाही का सामना कर रहा है और 2019 में भारत में एक भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया गया था ।