RAIPUR. बीजेपी के प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने कांग्रेस सरकार पर छत्तीसगढ़िया समाज के सभी वर्गों के साथ छल करने का आरोप लगाया है। उन्होंने सरकार से सवाल किया है कि क्या विधानसभा के विशेष सत्र के तुरंत बाद आदिवासियों को नौकरी मिलने लग जाएंगी? क्या मेडिकल शिक्षा एमबीबीएस में इस साल जनजाति वर्ग के 104 बच्चों का जो नुकसान हो रहा था, उन बच्चों को मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिलाया जाएगा ? क्या रुकी हुई भर्ती प्रक्रिया 3 दिसंबर से शुरू हो जाएंगी?
कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए
प्रदेश बीजेपी महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस फिर से आदिवासियों को गुमराह करने के प्रयास में है। लेकिन छत्तीसगढ़ का आदिवासी समाज गुमराह नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह सरकार केवल राजनीतिक छल कपट करना जानती है, जो लोग आदिवासी आरक्षण के खिलाफ पिटीशन लगाते हैं। कांग्रेस सरकार उन्हें पुरस्कृत करती है। इस पर पलटवार करते हुए कैबिनेट मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि नौटंकी करने का काम बीजेपी करती है। कांग्रेस हमेशा सामाजिक लोगों को लेकर चलने का काम करती है। इसकी जितनी जनसंख्या है, उस आधार पर आरक्षण मिलना चाहिए। उसी के अनुरूप कैबिनेट में निर्णय लिया गया है, जिसके लिए हम सत्र बुला रहे हैं। आरक्षण पर जिस तरह से विवाद हुआ था, विवादित निर्णय हुआ था, उसे मुख्यमंत्री भूपेश के नेतृत्व में सुधार लिया गया है ।
आरक्षण का मुद्दा उठा
बता दें कि चुनावी साल में भूपेश सरकार ने बड़ा दांव चला है। उन्होंने कैबिनेट की मीटिंग में आरक्षण का कोटा बढ़ाने वाले विधेयकों को मंजूरी दे दी है। इन संसोधन विधेयकों को विधानसभा में पेश किया जाएगा। वहां से पास होने के बाद प्रदेश में आदिवासियों को 32 फीसदी और ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण मिलेगा। इसे सीएम भूपेश बघेल का बड़ा फैसला माना जा रहा है।