Raipur. खालिस्तान का नया चेहरा बने अमृतपाल के समर्थन में बुधवार को निकली रैली के बाद प्रशासन ने नोटिस जारी कर आयोजकों को तलब किया है। वहीं प्रशासन को और चौंकाते हुए खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के समर्थन में सिख पंथ से जुड़े उसी समूह ने स्थानीय टाटीबंध गुरुद्वारे के पास अनिश्चितकालीन धरने का एलान किया है। विदित हो यही वह इलाक़ा है जहां पाकिस्तान परस्त भिंडरावाले की तस्वीरें लगाई गई थीं और उसे शहीद बताया गया था।
राजधानी पुलिस ने कहा 11 बजे हाज़िर हों
राजधानी पुलिस ने दिलेर सिंह रंधावा के नाम नोटिस जारी कर बिना अनुमति रैली करने को लेकर सवाल करने 11 बजे सिविल लाईन थाने तलब किया है। नोटिस में लिखा गया है आवश्यक होने पर विधिक कार्यवाही भी की जा सकती है।
इधर नोटिस जारी उधर धरने का एलान
राजधानी पुलिस ने देर रात नोटिस जारी किया वहीं देर शाम खालिस्तान समर्थक पृथकतावादी अमृतपाल सिंह के समर्थन में रैली के बाद छत्तीसगढ़ संगत के बैनर तले टाटीबंध गुरुद्वारे के सामने अमृतपाल के समर्थन में अनिश्चितकालीन धरने का एलान किया गया।
रैली के बाद यह धरना बिलाशक प्रशासन के लिए चुनौती और मुंह चिढ़ाने वाली हरकत के रुप में देखा जा रहा है।
बुधवार को हुई रैली, मुख्यमंत्री का जवाब और बीजेपी का पलटवार
राजधानी रायपुर में बुधवार को खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थन में बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतरे। अमृतपाल सिंह के सर्मथन में लोगों ने रैली की। वहीं रैली के दौरान पंजाब सरकार के खिलाफ आम आदमी पार्टी के कार्यालय के सामने पूतला भी फूंका गया। बताया जा रहा है कि खालिस्तान के समर्थन में इस रैली में जमकर नारेबाजी भी की गई है। वहीं इस पूरे मामले में राजनीतिक गलियारों में भी सरगर्मी बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जहां पूरी घटना से अपने आप को अंजान बताया और पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा है कि प्रशासन अपना काम करेगा। वहीं बीजेपी के नेता बृजमोहन अग्रवाल ने मामले को लेकर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि कांग्रेस के शासन काल में राष्ट्रविरोधी तत्व पनपते हैं, उन्हे संरक्षण मिलता है। यह घटना इस बात का उदाहरण है।