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नितिन मिश्रा, Raipur: छत्तीसगढ़ में शिक्षित बेरोजगारों ने धरना प्रदर्शन किया है। रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर हजारों की संख्या में शिक्षित बेरोजगार इकठ्ठा हुए। बेरोजगारों की भीड़ को हटाने के लिए रायपुर पुलिस ने आंशिक बल का प्रयोग किया है। बता दें कि बेरोजगार संघ के आवाह्न में हजारों की संख्या में बेरोजगारों ने तरह तरह से विरोध जताया है। युवाओं का कहना है कि सरकार पिछले 1 साल में आरक्षण को हाईकोर्ट में लंबित बताते हुए इन पदों पर वैकेंसी नहीं निकाल रही है। SI परीक्षा वाले अलग परेशान हैं। जब तक हमारी मांगों को लेकर सरकार कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती है, हम यहीं बैठे रहेंगे।
अनुमति से ज्यादा संख्या में पहुंचे प्रदर्शनकारी
रायपुर पुलिस के अनुसार प्रदर्शन में केवल 80 लोगों को आने की परमिशन दी गई। लेकिन आंदोलन में 1 हजार लोग इकठ्ठा हो गए। वहीं प्रदर्शनकारी नशे में धुत्त थे और समझाने के बावजूद झूमाझटकी कर रहे थे। जिन्हे पुलिस ने बल का प्रयोग करके पीछे धकेला है। फिलहाल पुलिस नशे में धुत्त प्रदर्शनकारियों का मुलाएजा करा नियमों के खिलाफ रैली निकालने पर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
बीजेपी ने ट्वीट कर साधा निशाना
प्रदर्शन के दौरान बेरोजगारों पर आंशिक बल के प्रयोग पर बीजेपी सरकार को घेरने में लगी है। बीजेपी नेता गौरीशंकर श्रीवास ने ट्वीट कर लिखा है कि छत्तीसगढ़ की राजधानी में युवाओं के धरना प्रदर्शन में पुलिस ने की मारपीट... युवाओं को घसीट घसीट के लाठी मारा गया। वैसे सरकार के अनुसार प्रदेश में बेरोज़गारी तो समाप्त हो गया है फिर ये कौन है ? बीजेपी नेता ने इसको लेकर वीडियो के साथ ट्वीट किया है।
बेरोजगार संघ ने क्या-क्या कहा?
बेरोजगार संघ का कहना है कि सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में बेरोजगारों को खासा नाराजगी है। शिक्षा, स्वास्थ्य, लाइब्रेरियन, राजस्व, जल संसाधन, कृषि विद्युत और पशु चिकित्सा समेत कई विभागों में कई तरह के पद खाली हैं। इस प्रदर्शन में बेरोजगार युवाओं ने अपना मुंडन करा कर भी विरोध दर्ज कराया है। यह सरकार हमें फालतू में बेवजह लटका रही है और भर्ती नहीं करना चाहती है। इसलिए उसे बेवजह 75 परसेंट कर दिया है। एसटी, एससी, ओबीसी के बेरोजगार मांग कर रहे हैं कि, सरकार भर्तियां करे. करीब 50 परसेंट के दायरे में जो भर्तियां रुकी है, उन्हें जल्द से जल्द लागू किया जाए।