भोपाल. मध्य प्रदेश में 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू हो गई हैं। कोरोना के चलते 2 साल बाद ऑफलाइन (एग्जाम सेंटर में परीक्षा) परीक्षाएं हो रही हैं। पहला पेपर अंग्रेजी का है। इस बार 12वीं में 7 लाख से ज्यादा छात्र परीक्षा देने जा रहे हैं। इनके लिए कुल 3 हजार 586 केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 357 केंद्र अति संवेदनशील और 287 संवेदनशील हैं। परीक्षा में कोरोना संक्रमित और इसके लक्षण वाले स्टूडेंट्स के लिए अलग व्यवस्था होगी। सभी सेंटरों पर आइसोलेशन रूम बनाए गए हैं।
कई तरह की राहतें: एमपी बोर्ड ने परीक्षा में शामिल होने वाले दिव्यांग या जख्मी छात्रों को कई तरह की राहत देने का फैसला लिया है। दृष्टिहीन, मानसिक विकलांग और हाथ की हड्डी टूटने या हाथ की खराबी के कारण लिखने में असमर्थ छात्र लिखने के लिए किसी की मदद ले सकते हैं। साथ ही उन्हें सब्जेक्ट चयन, अतिरिक्त समय, परीक्षा फीस से छूट, कम्प्यूटर या टाइप राइटर चुनने की सुविधा दी जाएगी।
पहली बार फरवरी में पेपर: MP बोर्ड के 10वीं के पेपर 18 फरवरी से 10 मार्च तक चलेंगे। वहीं, 12वीं के पेपर 17 फरवरी से 12 मार्च तक होंगे। एमपी बोर्ड की परीक्षाएं पहली बार फरवरी में हो रही हैं। परीक्षा का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक रखा गया है। एमपी बोर्ड परीक्षा का टाइम टेबल मंडल की वेबसाइट www.mpbse.nic.in पर है।
ग्वालियर में पेपर लीक होने की खबर: 16 फरवरी रात 9 बजे सोशल मीडिया पर इंग्लिश का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल होने की खबर आई। ग्वालियर के जिला शिक्षाधिकारी विकास जोशी ने बताया कि पेपर बांटने से 20 मिनट पहले पेपर का मिलान गया था, पेपर लीक नहीं हुआ।