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NEW DELHI. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अमेरिकी करोड़पति नेविल रॉय सिंघम को ऑनलाइन समाचार पोर्टल न्यूजक्लिक से जुड़े धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए नया समन जारी किया है। ED ने ईमेल भेजकर क्यूबा-श्रीलंकाई मूल के सिंघम को भारत के ऑफिस आकर अपने बयान दर्ज कराने के लिए कहा है। कारोबारी पर न्यूजक्लिक के माध्यम से भारत में चीनी प्रोपेगैंडा फैलाने का आरोप है। वो फिलहाल चीन के शंघाई में रहता है। न्यूजक्लिक को मुख्य तौर पर सिंघम की ओर से पैसे मिलने का आरोप लगाया गया है।
2021 में जांच शुरू होने के बाद दूसरा समन भेजा
ईडी ने धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत सिंघम को नया समन जारी किया है। सूत्रों ने बताया, एजेंसी को एक स्थानीय अदालत से उनका बयान दर्ज करने के लिए अनुरोध पत्र जारी होने के बाद उन्हें ये नया नोटिस जारी किया गया है। ईडी द्वारा विदेश मंत्रालय (एमईए) के माध्यम से सिंघम को उनकी ईमेल आईडी और चीनी सरकारी चैनलों के माध्यम से समन भेजे गए हैं। माना जा रहा है कि 2021 में जांच शुरू होने के बाद पिछले साल जारी किए गए समन के बाद ईडी द्वारा सिंघम को जारी किया गया ये दूसरा समन है।
न्यूयॉर्क टाइम्स के एक लेख से सिंघम फिर आया सुर्खियों में
सिंघम का नाम कुछ महीने पहले न्यूयॉर्क टाइम्स के एक लेख में फिर से सुर्खियों में आया था। दिल्ली पुलिस ने इस खबर के सामने आने के बाद उनके और न्यूजक्लिक के संस्थापकों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की थी। अक्टूबर में द हिंदू अखबार को जारी एक बयान में, सिंघम ने कहा था कि दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ द्वारा दर्ज प्राथमिकी में इस्तेमाल की गई भाषा दृढ़ता से सुझाती है कि दावे द न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा प्रकाशित एक लेख से गलत सूचना से प्रभावित थे।
सिंघम का आरोप- न्यूयॉर्क टाइम्स ने तथ्यात्मक खंडन प्रकाशित नहीं किए
सिंघम ने आरोप लगाया था कि न्यूयॉर्क टाइम्स ने जानबूझकर उन सभी तथ्यात्मक खंडनों को प्रकाशित नहीं करने का विकल्प चुना जो मैंने उन्हें 22 जुलाई, 2023 को उनके प्रकाशन की तारीख से पहले प्रदान किए थे। उन्होंने एफआईआर और न्यूयॉर्क टाइम्स के लेख में उल्लिखित 'कई संस्थाओं के जटिल जाल' के माध्यम से धोखाधड़ी से धन डालने के आरोपों को भी खारिज कर दिया था।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट- न्यूजक्लिक एक वैश्विक नेटवर्क का हिस्सा
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि न्यूजक्लिक एक वैश्विक नेटवर्क का हिस्सा था जिसे सिंघम से धन प्राप्त हुआ था, जो कथित तौर पर चीनी सरकारी मीडिया मशीनरी के साथ मिलकर काम करता है। ईडी ने पहली बार सितंबर, 2021 में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में राष्ट्रीय राजधानी के सैदुलजाब इलाके में न्यूजक्लिक के परिसरों पर छापा मारा था।
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न्यूजक्लिक के संस्थापक पुरकायस्थ समेत 25 के बयान दर्ज
एजेंसी ने इस मामले में 25 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें न्यूजक्लिक के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ भी शामिल हैं। ईडी ने पिछले साल दक्षिण दिल्ली के साकेत में 4.52 करोड़ रुपए मूल्य का एक फ्लैट जब्त किया था, जो पुरकायस्थ से जुड़ा है। इसके अलावा 41 लाख रुपए के फिक्स्ड डिपॉजिट की भी जांच की जा रही है। न्यूजक्लिक ने कहा था कि कुछ राजनीतिज्ञों और मीडिया के कुछ वर्गों द्वारा उसके खिलाफ लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं।