खालिस्तान मुद्दे को लेकर कनाडा से फ्री ट्रेड की चर्चा रोकी, भारत ने कहा- कार्रवाई होने तक बात आगे नहीं बढ़ेगी

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Rahul Garhwal
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खालिस्तान मुद्दे को लेकर कनाडा से फ्री ट्रेड की चर्चा रोकी, भारत ने कहा- कार्रवाई होने तक बात आगे नहीं बढ़ेगी

NEW DELHI. दिल्ली में जी-20 समिट के दौरान 10 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा के प्रधनमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ बातचीत में वहां चरमपंथी तत्वों यानी खालिस्तानियों की भारत विरोधी गतिविधियों पर चिंता जताई थी। इसके 6 दिन बाद कनाडा ने भारत के साथ फ्री ट्रेड डील की बातचीत टाल दी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक कनाडा की ट्रे़ड मिनिस्ट्री की प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि की है। हालांकि, इसकी कोई वजह नहीं बताई गई। माना जा रहा है कि भारत खालिस्तानियों पर सख्त कार्रवाई के कदम उठाने को लेकर अडिग है। ऐसे में अब कनाडा को कार्रवाई के लिए सख्त कदम उठाने होंगे।

भारत ने किया साफ- व्यापार से जुड़ी चर्चा से पहले दूसरे मुद्दों को निपटाएं

भारत के एक अधिकारी ने शुक्रवार (15 सितंबर) को कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार से जुड़ी चर्चा तभी होगी, जब दूसरे मुद्दों पर हल निकलेगा। उन्होंने कहा कि कनाडा में कुछ ऐसी राजनीतिक गतिविधियां हो रही थीं, जिन पर भारत ने आपत्ति जताई थी। जब तक इनका हल नहीं निकलता, तब तक कनाडा से ट्रे़ड एग्रीमेंट संबंधी बातचीत रोक दी गई है।

दोनों देशों के बीच अब तक 6 राउंड की बातचीत हुई

2022 में इससे जुड़ी बातचीत को फिर लॉन्च किया गया था। कनाडा के साथ 10 साल से फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर चर्चा जारी है। भारत अब तक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर कनाडा के साथ कम से कम 6 राउंड की बातचीत कर चुका है। इसके बाद अब भारत ने बातचीत रोक दी है।

कनाडा में भी ट्रूडो की आलोचना

जी-20 समिट के लिए भारत आए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो 2 दिन दिल्ली में फंसे रहे थे। इससे पहले मोदी ने उनसे सिर्फ एक अनौपचारिक मुलाकात की थी। पीएम मोदी ने ट्रू़डो से खालिस्तानियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी। इस बैठक के बाद खालिस्तान के मुद्दे पर ट्रूडो ने कहा था कि बीते कुछ सालों में मेरी मोदी से इस मुद्दे पर बात हुई है। हम हमेशा से अभिव्यक्ति की आजादी का समर्थन करते हैं। शांतिपूर्ण प्रदर्शन सभी का अधिकार है। ट्रूडो ने कहा था कि इसके साथ ही हम हिंसा का विरोध करते हैं और किसी भी तरह की नफरत की भावना को दूर करेंगे। ये ध्यान रखना चाहिए कि कुछ लोगों के एक्शन पूरे कनाडा की सोच को नहीं दर्शाते हैं। हम कानून की इज्जत करते हैं।

जी-20 समिट के दौरान अलग-थलग दिखे थे ट्रूडो

इसे लेकर कनाडा की विपक्षी पार्टियों ने भी ट्रूडो की काफी आलोचना की थी। दरअसल, ट्रूडो पूरे G20 समिट के दौरान अलग-थलग दिखाई दिए थे। वो राष्ट्रपति मुर्मू की तरफ से दिए गए जी-2O समिट के डिनर कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हुए थे।

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प्लेन खराब होने से अटक गए ट्रूडो

समिट के बाद ट्रूडो को 10 सितंबर की शाम भारत से रवाना होना था, लेकिन उनका प्लेन खराब हो गया। इस पर भारत ने उन्हें अपने आइएएफ वन प्लेन की सेवा लेने की पेशकश की थी, लेकिन कनाडा ने इनकार कर दिया था। 36 घंटे बाद ट्रूडो का प्लेन ठीक हुआ था, तब वो वापस अपने देश लौट पाए थे।

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