NEW DELHI. इजराइल और फलस्तीन समर्थक आतंकी संगठन हमास के बीच चल रहे युद्ध के कारण कई भारतीय फंस गए हैं। उन्हें सुरक्षित वहां से निकालने के लिए भारत सरकार ने गुरुवार 12 अक्टूबर को ऑपरेशन अजय शुरू कर दिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि तेल अबीब पहुंची एक चार्टर उड़ान 230 भारतीयों को लेकर आएगी।
भारतीयों से संपर्क का अभियान
भारतीय दूतावास ने युद्धग्रस्त इलाकों में फंसे भारतीयों से संपर्क करने के लिए अभियान शुरू कर दिया है। भारतीय दूतावास के अधिकारी भारतीय कपंनियों के साथ ऑनलाइन बैठक कर रहे हैं। साथ ही भारत के लिए उडने वाली फ्लाइट्स की सूचना ऑनलाइन भेज रहे हैं। दूतावास के अधिकारी भारतीय छात्रों की मदद के लिए आगे आए हैं।
भारत के 18 हजार लोग रहते हैं इजरायल में
जयशंकर की घोषणा के तुरंत बाद इजरायल में भारतीय दूतावास ने कहा, हमने गुरुवार को विशेष उड़ान से आने वाले भारतीय नागरिकों की पहली खेप की सूची ई-मेल कर दी है। अन्य लोगों के बारे में जल्द ही अगली उड़ानों के लिए सूची भेजे जाएंगे। अनुमान के मुताबिक, इस समय इजरायल में करीब 18,000 भारतीय रह रहे हैं।
भारत ने जारी की हेल्पलाइन
इससे पहले बुधवार को एस जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अपने समकक्ष शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान के साथ पश्चिम एशिया में 'संकट' पर चर्चा की। विदेश मंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया, आज शाम यूएई के विदेश मंत्री एबी जायद से बात की। पश्चिम एशिया में चल रहे संकट पर चर्चा की। दिन में विदेश मंत्रालय ने कहा, हमने इजरायल और फिलिस्तीन की स्थिति पर नजर रखने और जानकारी-मदद के लिए दिल्ली में 24 घंटे चलने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापति किया है। इसके अलावा तेल अवीव और रामल्ला में अलग इमरजेंसी हेल्पलाइन जारी की है। दिल्ली में नियंत्रण कक्ष के फोन नंबर 1800118797 (टोल-फ्री), +91-11 23012113, +91-11-23014104, +91-11-23017905 और +919968291988 हैं। ई-मेल आईडी situationroom@mea.gov.in है।
भारत संप्रभु फलस्तीन का समर्थक
इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि इजराइल पर हमास का हमला आतंकी हमला है। हालांकि, विदेश मंत्रालय ने साफ किया कि भारत शुरू से ही संप्रभु फलस्तीन का समर्थक है। भारत ने इजराइल और फलस्तीन के बीच शांति का हमेशा समर्थन किया है।