राजस्थान के अजमेर (Ajmer) में चोरी के एक अजीबोगरीब मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस ने 12 लाख रुपए की चोरी के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। खास बात यह है कि चोरी से पहले आरोपियों ने एक मंदिर में मन्नत मांगी थी कि अगर चोरी में सफलता मिली, तो वे एक लाख रुपए का दान देंगे और भंडारा कराएंगे।
खबर यह भी- बुरहानपुर में दिनदहाड़े इंग्लिश सिखाने के चक्कर में ठेका मालिक पर लगा 10 हजार का जुर्माना, पढ़ें रोचक खबर
कैसे हुआ चोरी का खुलासा?
चोरी की घटना 19 जनवरी को अजमेर की पुरानी मंडी इलाके में स्थित कपड़े की दुकान में हुई थी। दुकान के मालिक नवनीत सिंघल (Navneet Singhal) ने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और लगभग 200 सीसीटीवी फुटेज खंगाले। सर्कल ऑफिसर रुद्र प्रकाश (Rudra Prakash) के नेतृत्व में पुलिस ने कई जिलों में लगभग 900 किलोमीटर तक चोरों का पीछा किया।
खबर यह भी- लेट हुए तो खानी पड़ेगी मिर्ची! चीन की कंपनियों के अजीबो-गरीब नियम
ऐसे बनी चोरों को पकड़ने की रणनीति
पुलिस ने सबसे पहले हनुमान रेगर (Hanuman Regar) नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया, जो पहले भी एक वारदात में शामिल था। उसकी निशानदेही पर दो अन्य आरोपी महेंद्र (Mahendra) और कन्हैया (Kanhaiya) को भी पकड़ा गया। आरोपियों के पास से पुलिस को एक बाइक और करीब 4 लाख 7 हजार 500 रुपए बरामद हुए।
खबर यह भी- मध्यप्रदेश को क्यों कहा जाता है भारत का हृदय, जानें रोचक बातें
मन्नत और भंडारे का सच
पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ कि हनुमान रेगर ने भीलवाड़ा के एक मंदिर में मन्नत मांगी थी कि चोरी में अच्छा पैसा मिलने पर वह एक लाख रुपए का दान करेगा और भंडारा आयोजित करेगा। चोरी के चार दिन बाद उसने अपनी मन्नत पूरी की।
खबर यह भी- पब का नए साल पर अजीबोगरीब फैसला, बांटेगा कंडोम और ORS, अब मचा बवाल
रकम का कर लिया बंटवारा
पुलिस ने बताया कि 12 लाख रुपए में से एक लाख रुपए कन्हैया लाल को, चार लाख महेंद्र को और सात लाख रुपए हनुमान रेगर को मिले। फिलहाल तीनों आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं। पुलिस बाकी बचे पैसों का पता लगाने में जुटी है।
हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें