अमित शाह ने लॉन्च किया भारतपोल पोर्टल, जानें कैसे काम करेगा BHARATPOL

गृह मंत्रालय ने इंटरपोल की तर्ज पर देश में 'भारतपोल' की शुरुआत की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को भारतपोल पोर्टल को लॉन्च किया। यह पोर्टल सीबीआई के अधीन काम करेगा। जानें इसका उद्देश्य और फायदे...

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Vikram Jain
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह। Photograph: (the sootr)

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NEW DELHI. भारत के भगोड़े अपराधियों पर लगाम कसने के लिए अब इंटरपोल की तर्ज पर भारतपोल बनाया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार (7 जनवरी) को भारतपोल पोर्टल (Bharatpol Portal) को लॉन्च किया। इस दौरान उन्होंने भारतपोल पोर्टल से होने वाले फायदों को विस्तार से बताया। अमित शाह ने कहा कि यह अपराधों के खिलाफ लड़ाई को एक नए युग में ले जाएगा। यह पोर्टल सीबीआई (CBI) और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को अंतर्राष्ट्रीय सहयोग प्रदान करेगा, जिससे अपराधियों को पकड़ना और अपराधों की रोकथाम करना आसान होगा। इसके लिए उन्होंने सीबीआई डायरेक्टर को बधाई दी।

भारतपोल का उद्देश्य भारत के कानून प्रवर्तन एजेंसियों को आपस में बेहतर समन्वय स्थापित करने में मदद करना है, ताकि अंतर्राष्ट्रीय अपराध (International Crime) से निपटा जा सके। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत को 2047 में आजादी की शताब्दी मनाने तक भारत हर क्षेत्र में सबसे आगे होगा। 2027 तक भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य है।

अमित शाह ने बताया भारतपोल का उद्देश्य

गृह मंत्री अमित शाह ने लॉन्चिंग के दौरान कहा, भारतपोल पोर्टल हर जांच को अगले स्तर पर ले जाएगा, अब सीबीआई (CBI) अकेली एजेंसी नहीं होगी, बल्कि सभी राज्य पुलिस बल और अन्य सुरक्षा एजेंसियां इंटरपोल के साथ समन्वय करके जांच को तेज और प्रभावी बना सकेंगी। नोडल एजेंसी अभी भी सीबीआई ही रहेगी, भारतपोल के माध्यम से, इंटरपोल से सीबीआई का डायरेक्ट कनेक्ट रहेगा, लेकिन अन्य पुलिस बलों को भी अंतर्राष्ट्रीय अपराधियों को पकड़ने में मदद मिलेगी। इसके द्वारा अंतर्राष्ट्रीय पुलिसिंग में एक नई गति आएगी, जिससे साइबर क्राइम, ड्रग ट्रैफिकिंग, हथियार स्मगलिंग, और ह्यूमन ट्रैफिकिंग जैसी घटनाओं में तेजी से कार्रवाई हो सकेगी।

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जल्दी और प्रभावी तरीके से होगी जांच

शाह ने आगे कहा कि "भारतपोल की शुरुआत से अब हर राज्य की पुलिस और हर एजेंसी अपनी जांच को इंटरपोल से जोड़ कर जल्दी और अधिक प्रभावी तरीके से कर सकेगी।" उन्होंने कहा कि भारतपोल के पांच प्रमुख मॉड्यूल (Modules) होंगे, जिनके द्वारा पुलिस बलों के बीच बेहतर समन्वय होगा। अब दूसरी एजेंसी भी इंटरनेशनल लेवल पर होने वाले क्राइम को पहले रोकने में योगदान निभा पाएगी। अमित शाह ने कहा कि 2047 में, जब भारत अपनी स्वतंत्रता की शताब्दी मनाएगा, तब भारत हर क्षेत्र में सबसे आगे होगा। 2027 तक भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (Third Largest Economy) बनाने का लक्ष्य है, और इसके लिए तैयारियां साइंटिफिक (Scientific) तरीके से की जा रही हैं।

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भारतपोल के पांच प्रमुख मॉड्यूल

कनेक्ट: भारत की सभी पुलिस एजेंसियां और सीबीआई (CBI) एक ही मंच पर जुड़कर अपराधों की जांच करेंगे।

 इंटरपोल नोटिस: अपराधियों के बारे में नोटिस जारी करने की प्रक्रिया को तेज और सुरक्षित बनाएगा।

रेफरेंस: भारत की पुलिस को इंटरपोल से अंतर्राष्ट्रीय सहयोग प्राप्त होगा।

ब्रॉडकास्ट: देशों के बीच आपराधिक सूचना साझा करने की प्रक्रिया को आसान बनाएगा।

रिसोर्स: महत्वपूर्ण दस्तावेजों और जानकारी के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करेगा।

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सशक्त होगी एजेंसी, नही बचेंगे अपराधी

अमित शाह ने कहा कि इस पोर्टल के जरिए सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए एक ही मंच मौजूद होगा। लेकिन इसका कामकाज सीबीआई के तहत होगा, हर एजेंसी को एनसीबी की तरह मजबूत बनाया जाएगा। शाह ने कहा कि पहले अपराधी कई सालों से जांच एजेंसियों की पकड़ से बाहर रहते थे, अब तीन नए आपराधिक विधेयकों के आने के बाद हम इन अपराधियों के खिलाफ दुनिया के किसी भी हिस्से में बैठे-बैठे केस चला सकते हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अब तक कई अपराधी भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के दायरे से बाहर रहते थे, लेकिन भारतपोल की मदद से, इन अपराधियों को पकड़ना और भारत वापस लाना संभव होगा।

भारतपोल से अपराधियों की गिरफ्तारी

भारतपोल पोर्टल का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि इससे भारत में छिपे अपराधियों (Fugitive Criminals) को पकड़ने में मदद मिलेगी, चाहे वे दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न छिपे हों। इसके जरिए, रेड कॉर्नर नोटिस और अन्य नोटिस जारी कर अपराधियों को पकड़ने में आसानी होगी। साथ ही, भारतपोल के माध्यम से भारतीय एजेंसियां साइबर अपराध और फाइनेंशियल क्राइम के मामलों में भी प्रभावी कदम उठा सकेंगी।

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भारतपोल की विशेषताएँ

भारतपोल का रियल टाइम इंटरफेस अपराध नियंत्रण को आसान बनाएगा, और इससे 195 देशों की पुलिस के साथ समन्वय स्थापित होगा। यह पोर्टल, क्राइम रोकने और अपराधियों को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके अलावा, भारतपोल पोर्टल 19 प्रकार के डेटाबेस से लैस होगा, जो साइबर अपराध (Cyber Crime), स्मगलिंग (Smuggling), और अन्य अंतर्राष्ट्रीय अपराध (International Crimes) में मदद करेगा।

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