/sootr/media/media_files/2025/08/22/pm-modi-in-bihar-2025-08-22-09-19-38.jpg)
Photograph: (the sootr)
बिहार विधानसभा चुनाव के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे ने राज्य की सियासत को नया मोड़ दिया है। चंपारण बेल्ट के बाद पीएम मोदी की नज़र अब बिहार-बंगाल के मगध इलाके पर है, जो बीजेपी का सबसे कमजोर गढ़ माना जाता है। इस इलाके में बीजेपी की सियासी जड़ें मजबूत करने के लिए वे तमाम प्रयास कर रहे हैं।
अपने मिशन को लेकर पीएम मोदी शुक्रवार को पश्चिम बंगाल और बिहार के दौरे पर रहेंगे। यहां वे 18 हजार 200 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का उद्धघाटन व शिलान्यास कर लोगों को सौगात देंगे।
दो अमृत भारत ट्रेन को दिखाएंगे हरी झंडी
जिन विकास परियोजनाओं की साैगात आज मिलने जा रही है उनमें प्रमुख प्रोजेक्ट्स बिजली, कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य, और सार्वजनिक सुविधाओं से जुड़े हुए हैं। इस दौरान, वे दो अमृत भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे – एक ट्रेन दिल्ली और गया के बीच, और दूसरी ट्रेन बिहार और झारखंड के बीच चलेगी।
यह खबरें भी पढ़ें...
पीएम मोदी ने साधा लोस नेता प्रतिपक्ष पर निशाना, कहा- युवा नेताओं से घबराते हैं राहुल गांधी
कांग्रेस नेता ने की RSS की तालिबान से तुलना, पीएम मोदी पर भी साधा निशाना
मगध विश्वविद्यालय में करेंगे जनसभा को संबोधित
चंपारण के बाद पीएम मोदी शुक्रवार को बिहार के गया, पटना और बेगूसराय जिलों के दौरे पर रहेंगे। पीएम मोदी गया के मगध विश्वविद्यालय मैदान पर एक जनसभा को संबोधित कर मगध के मतदाताओं को साधने का प्रयास करेंगे। यहां वे दो अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंड़ी दिखाने के साथ ही 18 हजार करोड़ से अधिक की योजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास करेंगे।
बीजेपी का चुनौतीपूर्ण मिशन
बीजेपी के लिए यह दौरा एक बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है, क्योंकि बिहार में महागठबंधन यहां काफी मजबूत है। यहां की ज्यादातर सीटों पर इंडिया महागठबंधन ने कब्जा किया है। खासकर मगध और मुंगेर बेल्ट में जहां पिछले चुनावों में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। पीएम मोदी के मगध दौरे से बीजेपी को सियासी माहौल बनाने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार-बंगाल दौरे को ऐसे समझेंपीएम मोदी का 'मिशन मगध': बिहार के मगध और मुंगेर बेल्ट में विकास योजनाओं का उद्घाटन करके बीजेपी के लिए सियासी माहौल बनाने का प्रयास। 18,200 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास: पीएम मोदी बिहार और पश्चिम बंगाल में कुल 18,200 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जिसमें बिजली, कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य से जुड़े प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। मगध और मुंगेर बेल्ट की सियासी स्थिति: इन दोनों बेल्टों में कुल 48 विधानसभा सीटें हैं, जो आगामी विधानसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं। बीजेपी का चुनौतीपूर्ण गढ़: पिछले चुनावों में बीजेपी को इन इलाकों में हार का सामना करना पड़ा था, अब पीएम मोदी इन क्षेत्रों में पार्टी की सियासी जड़ें मजबूत करने के लिए जुटे हैं। मुंगेर बेल्ट में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन: बेगूसराय में सिक्स लेन पुल के उद्घाटन के जरिए मुंगेर क्षेत्र में चुनावी समीकरण को साधने की कोशिश। |
26 विधानसभा सीटों का भाजपा की नजर
बिहार का मगध क्षेत्र सियासी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, यहां कुल 26 विधानसभा सीटें आती हैं। 2020 में इंडिया महागठबंधन ने 20 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी को केवल 6 सीटें मिलीं। पिछले चुनावों में महागठबंधन ने यहाँ अपनी पकड़ मजबूत की है, जिससे बीजेपी के लिए यह इलाका चुनौतीपूर्ण बन गया है।
यह खबरें भी पढ़ें...
दिवाली पर रोशनी फैलाएगा नया जीएसटी रिफॉर्म, कारें और बाइक्स होंगी सस्ती!
इतिहास के आईने में मगध क्षेत्र
मगध क्षेत्र में 2015 में हुए चुनाव में भी महागठबंधन ने जीत दर्ज की थी और एनडीए को हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, 2010 के विधानसभा चुनाव में जब जेडीयू और बीजेपी एक साथ लड़े थे, तो बीजेपी के लिए यह इलाका सुखद परिणाम लेकर आया था। 26 में से 24 सीटों पर जीत हासिल की थी।
पीएम मोदी का विकास को बढ़ावा देने वाला कदम
पीएम मोदी का मगध दौरा महागठबंधन से सीटों को छीनने के लिए एक रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। इस इलाके में बीजेपी अपनी सियासी जड़ों को फिर से मजबूत करने के लिए विकास के एजेंडे को प्रमुखता दे रही है। 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं के जरिए वे यह संदेश देना चाहते हैं कि बीजेपी सरकार विकास के रास्ते पर है।
मुंगेर बेल्ट का सियासी गणित: 22 सीटों पर असर
मुंगेर प्रमंडल में कुल 22 विधानसभा सीटें हैं, जो बिहार के सवर्ण और यादव मतदाता बहुल क्षेत्र माने जाते हैं। 2022 के चुनावों में एनडीए ने 13 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि महागठबंधन को 9 सीटें मिली थीं। 2015 में जब जेडीयू और आरजेडी के साथ गठबंधन था, तो महागठबंधन ने मुंगेर बेल्ट में बढ़त बनाई थी।
मुंगेर में पीएम मोदी की चुनावी रणनीति
पीएम मोदी ने बेगूसराय में सिक्स लेन पुल का उद्घाटन किया है, जिससे मुंगेर बेल्ट में चुनावी समीकरण को अपनी तरफ मोड़ा जा सके। यह विकास परियोजनाएँ बीजेपी की चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा बन चुकी हैं।
48 सीटों का समीकरण: बीजेपी के लिए चुनौती और अवसर
बिहार के मगध और मुंगेर प्रमंडल में कुल 48 विधानसभा सीटें आती हैं, जो आगामी चुनावों में निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं। पीएम मोदी की कोशिश है कि वे इन सीटों पर बीजेपी का दबदबा बनाए रखें और महागठबंधन के गढ़ में सेंधमारी करें।
बीजेपी और महागठबंधन की सियासी जंग
बीजेपी और महागठबंधन के बीच 48 सीटों को लेकर कांटे की टक्कर हो सकती है। दोनों दल इस इलाके में अपनी सत्ता को बनाए रखने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रहे हैं। पीएम मोदी के विकास योजनाओं के उद्घाटन से बीजेपी को उम्मीद है कि वह इस इलाके में अपनी खोई हुई सियासी जमीन वापस पा सकेगी।
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧👩