अमेरिकी संसद के दोनों सदनों ने अस्थाई फंडिंग बिल पारित कर सरकार के शटडाउन को टाल दिया। अगर यह बिल पास न होता, तो सरकार के पास 23 लाख कर्मचारियों की सैलरी देने के लिए पैसा नहीं बचता। अब यह बिल राष्ट्रपति जो बाइडेन के हस्ताक्षर के बाद कानून बन जाएगा। अमेरिकी कांग्रेस के निचले सदन हाउस ऑफ रेप्रेसेंटेटिव में यह बिल 366-34 के अंतर से पारित हुआ, जबकि ऊपरी सदन सीनेट में इसे 85-11 के अंतर से मंजूरी मिली। अब यह बिल व्हाइट हाउस भेजा गया है, जहां राष्ट्रपति जो बाइडेन के हस्ताक्षर के बाद इसे लागू किया जाएगा।
शटडाउन टलने से बची लाखों की नौकरियां
अगर यह बिल पास नहीं होता तो अमेरिका में सरकारी शटडाउन लागू हो जाता। इसका असर 23 लाख कर्मचारियों पर पड़ता। इनमें से 8.75 लाख कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजा जाता, जबकि 14 लाख कर्मचारियों को बिना वेतन के काम करना पड़ता। 2018 के 35 दिन लंबे शटडाउन ने 20 लाख से ज्यादा लोगों को प्रभावित किया था, और अमेरिकी अर्थव्यवस्था को 25 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
अमेरिका में शटडाउन का कारण
अमेरिका में सरकारी खर्च को संचालित करने के लिए संसद से एक फंडिंग बिल पास करना जरूरी होता है। सरकार के पास कर्ज लेने की एक सीमा तय होती है, जिसे कई बार बढ़ाया जा चुका है। मौजूदा सीमा 31.4 ट्रिलियन डॉलर ( करीब 26 लाख हजार करोड़ रुपए ) है, जो 1 जनवरी 2025 तक वैध है। बाइडेन सरकार ने इसे 14 मार्च 2025 तक बनाए रखने का प्रस्ताव रखा, जिसे अब मंजूरी मिल चुकी है।
ट्रम्प और कर्ज सीमा विवाद
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कर्ज सीमा को 2029 तक बढ़ाने की मांग की थी। हालांकि, यह मांग बिल में शामिल नहीं की गई। ट्रम्प समर्थित कई सांसद भी इस मुद्दे पर सहमत नहीं थे। ट्रम्प ने कहा था कि अगर शटडाउन होता है, तो यह बाइडेन प्रशासन की समस्या है। उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी को समाधान के लिए तैयार रहने को कहा।
/sootr/media/post_attachments/c96dacf4-1d7.webp)
शटडाउन का अमेरिका पर असर...
- सरकारी कर्मचारियों की सैलरी रुक जाती।
- गैर-आवश्यक सेवाओं के कर्मचारी छुट्टी पर भेज दिए जाते।
- आवश्यक सेवाएं जैसे मेडिकल, सीमा सुरक्षा, और हवाई सेवाएं जारी रहतीं।
- कई सरकारी कार्यालय और सेवाएं बंद हो जातीं।
- पिछले 50 साल में अमेरिका में 20 बार शटडाउन हो चुका है। सबसे लंबा शटडाउन 2018 में हुआ, जो 35 दिन चला।
इलॉन मस्क पर लगे आरोप
स्पीकर जॉनसन ने 1500 पेज का बिल तैयार किया था। इस बिल में आपदा राहत के लिए 100 बिलियन डॉलर, कृषि के लिए 10 बिलियन डॉलर और सांसदों की वेतन बढ़ोत्तरी का प्रावधान था। इसके विरोध में मस्क ने अपने ही सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर 150 से ज्यादा पोस्ट करते हुए कहा कि यह बिल हमें कमजोर करने के लिए लाया जा रहा है। हम कमजोर कदम से शुरूआत नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि ट्रम्प सरकार आने तक सदन में कोई भी बिल पास नहीं होना चाहिए। अमेरिकी मीडिया हाउस न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस पर मस्क की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे अमीर आदमी ने अमेरिकी सरकार की फंडिंग का बिल पारित होने से रोककर देश को बंधक बना दिया है। डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों का आरोप है कि भले ही राष्ट्रपति ट्रम्प हों, लेकिन असली ताकत मस्क के हाथों में है।
ऐतिहासिक शटडाउन से जुड़े किस्से...
2013: 8,891 किमी लंबी कनाडा सीमा पर केवल एक कर्मचारी तैनात रहा। इस पर ही पूरे बॉर्डर इलाके के साफ-सफाई की जिम्मेदारी थी। बाकी सारे कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया था।
2018: शटडाउन के कारण वेतन नहीं मिलने से कई कर्मचारी एयरपोर्ट पर काम करने नहीं जा रहे थे। इस कारण कई उड़ानें रद्द हुईं और FBI को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा।
2019: 35 दिन लंबे शटडाउन के दौरान सरकारी कब्रिस्तान और स्मारक बंद कर दिए गए।
thesootr links
द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें