Amazon या Flipkart पर शॉपिंग से पहले जान लें Black Friday Sale का काला इतिहास, सीखें सेफ्टी के 5 गोल्डन रूल

ब्लैक फ्राइडे सेल 2025 अब भारत में भी बड़ा शॉपिंग फेस्टिवल बन गया है। भारी डिस्काउंट के बीच, ऑनलाइन फ्रॉड का खतरा सबसे ज्यादा होता है। इससे बचने के लिए भारतीय यूजर्स को खास सतर्कता बरतनी चाहिए।

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Kaushiki
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Black Friday Sale: हर साल थैंक्स गिविंग के तुरंत बाद आने वाले शुक्रवार को हम ब्लैक फ्राइडे कहते हैं। ये अब दुनिया का सबसे बड़ा शॉपिंग इवेंट बन चुका है। इस साल 28 नवंबर को ब्लैक फ्राइडे के रूप में मनाया जा रहा है। 

इस दिन Amazon, Flipkart और Myntra जैसे बड़े प्लेटफॉर्म्स 85% तक के बंपर डिस्काउंट्स देते हैं। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि जिस शब्द को हम बंपर सेल से जोड़ते हैं, उसका इतिहास काला क्यों कहा गया है?

असल में 1869 की एक बड़ी आर्थिक आपदा और 1950 के दशक के भयानक ट्रैफिक जाम से पैदा हुआ था। आइए जानें इस दिलचस्प इतिहास के बारे में...

ब्लैक फ्राइडे का इतिहास: वो कहानी जो आप नहीं जानते

ब्लैक फ्राइडे का इतिहास

अक्सर लोग सोचते हैं कि ये शब्द शॉपिंग और मुनाफे से जुड़ा है। इसकी असली शुरुआत एक बड़ी आर्थिक आपदा से हुई थी।

  • पहला 'ब्लैक फ्राइडे' (1869)

    साल 1869 में, अमेरिका में सोने की कीमतें अचानक बहुत गिर गईं। इससे शेयर बाजार में बड़ा हड़कंप मच गया। देश को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। इस डर और नुकसान के माहौल को पहली बार ब्लैक फ्राइडे कहा गया था।

  • पुलिस और ट्रैफिक जाम (1950s) 

    इसके बाद, 1950 के दशक में फिलाडेल्फ़िया में यह शब्द फिर चर्चा में आया। थैंक्सगिविंग के अगले दिन, आर्मी-नेवी फुटबॉल मैच और सेल की वजह से सड़कों पर बहुत ज्यादा भीड़ जमा हो जाती थी। पुलिस को दिन-रात ड्यूटी करनी पड़ती थी। पूरा शहर ट्रैफिक जाम से जूझता रहता था। पुलिस ने इस मुश्किल भरे दिन को ही 'ब्लैक फ्राइडे' नाम दिया।

  • दुकानदारों का 'ब्लैक इंक' लॉजिक (1980s) 

    हालांकि, बाद में 1980 के दशक में रिटेलर्स ने इसे एक पॉजिटिव मार्केटिंग में बदल दिया। उन्होंने तर्क दिया कि इस दिन दुकानदार 'लाल स्याही' से निकलकर, 'काली स्याही' में आ जाते हैं। बस तभी से यह शब्द दुनिया की सबसे बड़ी सेल का सिनोन्यम बन गया।

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ब्लैक फ्राइडे सेल क्यों बन गई इतना बड़ा इवेंट

ब्लैक फ्राइडे सेल के इतना बड़ा बनने का एक ही बड़ा कारण है: मेगा डिस्काउंट। इस दिन ब्रांड्स साल का सबसे बड़ा डिस्काउंट ऑफर करते हैं। इसका ग्राहक बेसब्री से इंतजार करते हैं।

  • सबसे बड़ी छूट (Biggest Discount): 

    ब्रांड्स अपना पुराना स्टॉक निकालने और साल की सबसे ज़्यादा सेल करने के लिए, जबरदस्त छूट देते हैं।

  • ग्लोबल रीच (Global Reach): 

    ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म्स ने इसे अमेरिका से निकालकर, भारत समेत पूरी दुनिया तक पहुंचा दिया है।

  • बढ़ती कमाई (Revenue Growth): 

    कंपनियों के लिए यह साल का सबसे कमाऊ समय होता है, जो उनकी सालाना कमाई में बड़ा योगदान देता है।

ब्लैक फ्राइडे का असली इतिहास क्या है? | इतिहास

Black Friday Sale में बढ़ता ऑनलाइन फ्रॉड

जैसे-जैसे ये सेल बड़ी हुई है, वैसे-वैसे यहां ठगी का खतरा भी कई गुना बढ़ गया है। आंकड़ों के मुताबिक, ब्लैक फ्राइडे सेल के दौरान ही सबसे ज्यादा ऑनलाइन फ्रॉड देखने को मिलते हैं।

भारतीय खरीदारों को खास सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि भारत अब दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन शॉपिंग बाजारों में शामिल है। यहां लोग बड़ी छूट देखकर आसानी से भरोसा कर लेते हैं, जिसका फायदा ठग उठाते हैं।

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फर्जीवाड़े के कॉमन तरीके

  • फिशिंग वेबसाइट्स (Phishing Websites): 

    स्कैमर्स ऐसी फर्जी वेबसाइट बनाते हैं जो हूबहू Amazon या Flipkart जैसी दिखती है। आप यहां ऑर्डर करते हैं लेकिन सामान कभी नहीं आता है।

  • अविश्वसनीय ऑफर (Unbelievable Offers): 

    "90% OFF" या "iPhone सिर्फ 4999 रुपए में" जैसे अविश्वसनीय ऑफर दिए जाते हैं। ये असल में आपके बैंक डिटेल चुराने का तरीका होता है।

  • फर्जी सोशल मीडिया स्टोर (Fake Social Media Stores): 

    आजकल WhatsApp और Instagram पर फर्जी स्टोर बहुत तेजी से फैल रहे हैं। ये ब्रांडेड सामान के नाम पर नकली और घटिया प्रोडक्ट घर भेज देते हैं।

  • फर्जी पेमेंट लिंक (Fake Payment Links): 

    पेमेंट लिंक भेजकर या कॉल करके, आपके कार्ड या UPI की जानकारी चोरी कर ली जाती है।

स्कैम से बचने के 5 सुपर सेफ्टी टिप्स

अगर आप इस ब्लैक फ्राइडे सेल में सुरक्षित शॉपिंग करना चाहते हैं तो इन 5 जरूरी बातों का ध्यान रखें:

  • ऑफिशियल प्लेटफॉर्म यूज करें: हमेशा Amazon, Flipkart जैसे ऑफिसियल और वेरिफाइड वेबसाइट या ऐप का ही इस्तेमाल करें।

  • गोपनीयता बनाए रखें: अपना कार्ड डिटेल, OTP या UPI पिन किसी भी कॉल या मैसेज पर शेयर न करें। यह आपकी गोपनीयता का सवाल है।

  • रिव्यू और रेटिंग देखें: कोई भी प्रोडक्ट खरीदने से पहले, उसके कस्टमर रिव्यू और रेटिंग को ध्यान से चेक करना न भूलें।

  • ऑफर की जांच करें: "बहुत ज्यादा छूट" वाले ऑफर्स पर तुरंत भरोसा न करें; उनकी ऑथेंटिसिटी जरूर जांचें।

  • कॉल से सावधान रहें: डिलीवरी, KYC अपडेट या लॉटरी जीतने के नाम पर आने वाली फर्जी कॉल्स से हमेशा सावधान रहें।

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