चार धाम यात्रा का आज श्रीगणेश, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलें, बद्रीनाथ धाम में 12 मई से होंगे दर्शन

केदारनाथ धाम से 16 किमी पहले गौरीकुंड में करीब 10 हजार श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। पूरा गौरीकुंड दो दिन से हाउसफुल है। पिछले साल यह आंकड़ा 7 से 8 हजार के बीच था।

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Sandeep Kumar
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BHOPAL. उत्तराखंड की चार धाम यात्रा ( Char Dham Yatra ) आज से शुरू हो गई है। कई सालों बाद गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ मंदिरों के कपाट एक साथ सुबह 6 बजकर 55 मिनट पर पर खुल गए है, जबकि बद्रीनाथ मंदिर में दर्शन 12 मई से होंगे। इन धामों पर दिन में तापमान 0 से 3 डिग्री है और रात में पारा माइनस में जा रहा है। इसके बावजूद केदारनाथ धाम से 16 किमी पहले गौरीकुंड में करीब 10 हजार श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। पूरा गौरीकुंड दो दिन से हाउसफुल है। पिछले साल यह आंकड़ा 7 से 8 हजार के बीच था। यहां करीब 1500 कमरे हैं, जो भरे हुए हैं। रजिस्टर्ड 5,545 खच्चर बुक हो चुके हैं। तीन किमी दूर सोनपुर भी हाउस फुल है। हरिद्वार और ऋषिकेश में 15 हजार से ज्यादा यात्री पहुंच चुके हैं। केदारनाथ-बद्रीनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजयेंद्र अजय के मुताबिक 9 मई की शाम 4 बजे जब बाबा के पंचमुखी डोली केदारधाम पहुंची, उस वक्त 5 हजार लोग मौजूद थे। चार धाम यात्रा के लिए अब तक 22.15 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पंजीकरण करा चुके हैं। पिछले साल रिकॉर्ड 55 लाख लोगों ने दर्शन किए थे।

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आम दर्शन से 6 घंटे पहले गर्भगृह में जाते हैं मुख्य पुजारी

केदारनाथ धाम के संत अविराम दास महाराज ने बताया कि हर साल पट खुलने से पहले रात 12 बजे मुख्य रावल 5-6 वेदपाठी ब्राह्मणों के साथ मंदिर में प्रवेश करते हैं। मंदिर बाहर से बंद कर दिया जाता है। फिर गर्भगृह में पंचमुखी विगृह से मंत्रों के द्वारा ज्योतिर्लिंग में प्राण पुन: स्थापित किए जाते हैं। गर्भगृह की साफ-सफाई होती है। भगवान की षोडशोपचार पूजा के बाद कपाट आम दर्शन के लिए खोले जाते हैं।

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400 डॉक्टर तैनात, इनमें 256 एक्सपर्ट

पहली बार चार धाम यात्रा मार्ग पर 400 से ज्यादा डॉक्टरों की तैनाती। इनमें 256 इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर और विशेषज्ञ डॉक्टर हैं। फिर भी श्रद्धालु यात्रा में कम से कम 7​ दिन का प्लान बनाकर आएं, ताकि घटते-बढ़ते तापमान में शरीर ढलता रहे।

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स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी

उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी में कहा है कि चारों धाम 3 हजार मीटर से ऊपर हैं और पहाड़ों पर रुक-रुककर बर्फबारी हो रही है। इसलिए श्रद्धालु 7 दिन का प्लान बनाकर निकलें।

केदारनाथ तक सुपरफास्ट नेटवर्क

केदारनाथ के पूरे ट्रैक पर 4जी और 5जी नेटवर्क मिलेगा। इसके लिए 4 टावर लगाए हैं। पिछले साल इस ट्रैक पर कुछ ही जगह नेटवर्क मिल पाता था। मंदिर पर वाई-फाई का उपयोग करना हो तो सरकारी पर्ची कटवानी पड़ती थी, लेकिन अब वहां भी सुपरफास्ट नेटवर्क रहेगा।

दो धामों में ऑनलाइन पूजा बुकिंग 30 जून तक

बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह के मुताबिक ऑनलाइन पूजा इस बार 30 जून तक ही होगी। इसमें श्रीमदभागवत पाठ के लिए 51 हजार रु. तो महाभिषेक के लिए 12 हजार रुपए तय हुए हैं।

इन मंदिरों के भी खुलेंगे कपाट

बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को सुबह 6 बजे खुलेंगे।
सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब के कपाट 25 में को खुलेंगे।
द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वरजी के कपाट 20 मई को खुलेंगे।
तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट 10 मई को खुलेंगे।
पंच बदरी में प्रसिद्ध भविष्य बद्री के कपाट 12 मई को खुल रहे हैं।

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