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चारधाम यात्रा आज से शुरू हो रही है। ऐसे में इस बार अनुमान है कि, 50 लाख से अधिक श्रद्धालु चारधाम पहुंचेंगे। पिछले साल 48 लाख से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने यात्रा की थी। इसके लिए 28 अप्रैल से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया हरिद्वार में शुरू हो गई है। यात्रियों को रजिस्ट्रेशन करने के लिए 20 काउंटर प्रदान किए गए हैं।
इनमें विदेशी नागरिक और दिव्यांग यात्रियों के लिए अलग से काउंटर लगाए गए हैं। इस बार यात्रा के लिए 20 लाख से ज्यादा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं, जिसमें केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए रजिस्ट्रेशन शामिल हैं।
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ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए काउंटर व्यवस्था
अगर आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कर पा रहे हैं, तो ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी उपलब्ध है। हरिद्वार में 28 अप्रैल से शुरू हुए ऑफलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया के तहत 20 काउंटर लगाए गए हैं।
इन काउंटरों में दिव्यांगों, विदेशी नागरिकों और सामान्य यात्रियों के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं की गई हैं। पंजीकरण स्थल पर जल, टॉयलेट और पंखे जैसे सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं ताकि यात्रियों को आरामदायक अनुभव हो सके।
रजिस्ट्रेशन के बाद सुविधाएं
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के दौरान श्रद्धालुओं से आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और स्वास्थ्य संबंधित कागजात की मांग की जा रही है। बिना इन दस्तावेजों के रजिस्ट्रेशन संभव नहीं है। रजिस्ट्रेशन के बाद, यात्रियों के लिए होल्डिंग एरिया बनाया गया है, जहां उन्हें बैठने की व्यवस्था मिलती है।
इसके अलावा, रजिस्ट्रेशन करने के बाद यात्रियों को यात्रा के दौरान सभी व्यवस्थाओं और जानकारी के लिए मदद दी जाएगी। इसमें 15 मोबाइल टीमों का गठन किया गया है जो धर्मशालाओं से पंजीकरण करवाने के लिए यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की मदद करेंगी। यह टीम धर्मशालाओं में फोन आने पर वहां जाकर पंजीकरण करवा देगी।
कब खुलेंगे चारधाम के कपाट
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30 अप्रैल 2025: गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे।
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2 मई 2025: केदारनाथ के कपाट खुलेंगे।
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4 मई 2025: बद्रीनाथ के कपाट खुलेंगे।
यात्रा से जुड़ी पूरी जानकारी
यात्रा के लिए कैसे जाएं
चारधाम यात्रा के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश से विभिन्न प्रकार के परिवहन विकल्प उपलब्ध हैं, जैसे सरकारी बस, प्राइवेट टैक्सी, और हेलीकॉप्टर सेवा। यात्रा शुरू करने के लिए यमुनोत्री सबसे पहले आएगा, जहां बस और टैक्सी दोनों उपलब्ध हैं।
ठहरने की व्यवस्था
चारों धामों में श्रद्धालुओं के लिए धर्मशाला और होटल उपलब्ध हैं। इन होटलों के आसपास आपको उचित सुविधाएं मिल सकती हैं। यात्रा के दौरान होटल का खर्च लगभग 12 हजार से 15 हजार रुपए हो सकता है।
खर्च का अनुमान
- यमुनोत्री और गंगोत्री: 12 हजार रुपए (यात्रा और ठहरने का खर्च)
- केदारनाथ: 15 हजार रुपए तक
- बद्रीनाथ: 12 हजार रुपए के आसपास
- हेलीकॉप्टर सेवा: 2.5 लाख रुपए (पूरा पैकेज)
हेलीकॉप्टर सेवा
सरकार चारधाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवा भी प्रदान करती है। एकतरफा यात्रा के लिए आपको 6 हजार रुपए से 8 हजार रुपए खर्च करने पड़ सकते हैं। पूरा हेलीकॉप्टर पैकेज लगभग 2.5 लाख रुपए का हो सकता है।
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विशेष टिप्स
- रात में पहाड़ों पर वाहन नहीं चलते हैं, इसलिए सुनिश्चित करें कि आप शाम होते ही होटल की व्यवस्था कर लें।
- बाइकर के लिए रेंटल बाइक भी उपलब्ध हैं, जो 15 सौ रुपए प्रति दिन की दर से मिल सकती हैं।
बता दें कि, अब तक 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन करवा लिया है, जिनमें से केदारनाथ के लिए 7.48 लाख, बद्रीनाथ के लिए 5.74 लाख, गंगोत्री के लिए 3 लाख और यमुनोत्री के लिए 3 लाख रजिस्ट्रेशन किए गए हैं।
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