/sootr/media/media_files/2025/05/18/axQl4GGU3o1rR1XlZkcn.jpg)
देश दुनिया न्यूज: संयुक्त राष्ट्र की नई रिपोर्ट ने चीन की गिरती अर्थव्यवस्था और भारत की आर्थिक रफ्तार का खुलासा किया है। रिपोर्ट के अनुसार, 2025 तक भारत की विकास दर 6.3% जबकि चीन की केवल 4.6% रहने वाली है। यही कारण है कि चीन अब भारत को पाकिस्तान के माध्यम से युद्ध में उलझाना चाहता है ताकि उसकी आर्थिक प्रगति को रोका जा सके।
भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' में पाकिस्तान ने चीनी हथियारों का सहारा लिया, लेकिन भारतीय स्वदेशी हथियारों ने उसे करारी मात दी। चीन की यह रणनीति उसके कमजोर होते आंतरिक हालात और अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की बढ़ती छवि को दर्शाती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि चीन फिलहाल सीधे युद्ध की स्थिति में नहीं है, लेकिन पाकिस्तान के जरिए तनाव पैदा करने की कोशिश जरूर करेगा।
चीन की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही
UN की ‘विश्व आर्थिक स्थिति और संभावना रिपोर्ट’ ने साफ किया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी के संकेत दे रही है और इसका प्रमुख कारण बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की सुस्ती है। चीन, जो पहले 8-9% की ग्रोथ रेट पर चलता था, अब 2025 में केवल 4.6% पर रह जाएगा। रियल एस्टेट संकट, बेरोज़गारी और पश्चिमी देशों के साथ ट्रेड वॉर ने चीन को कमजोर कर दिया है।
भारत बन गया है नई आर्थिक ताकत
भारत ने अपनी विकास दर को न सिर्फ बरकरार रखा है, बल्कि वैश्विक अनुमानों से भी बेहतर प्रदर्शन किया है। 2025 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.3% अनुमानित की गई है, जो इस बात का संकेत है कि भारत वैश्विक व्यापार और निवेश का केंद्र बनता जा रहा है। यह चीन के लिए रणनीतिक और आर्थिक रूप से खतरे की घंटी है।
ये खबर भी पढ़िए... दुल्हन की चाची का अनोखा रिवाज: दूल्हा पास तो ही होगी शादी!
युद्ध के बहाने भारत को रोकना चाहता है चीन
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन अब भारत को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए परोक्ष युद्ध की रणनीति अपनाना चाहता है। यही कारण है कि वह पाकिस्तान को उकसाकर सीमा पर तनाव पैदा करवा रहा है। हाल ही में भारत द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भी चीन ने पाकिस्तान का समर्थन किया। चीन नहीं चाहता कि भारत अपनी आर्थिक रफ्तार से दुनिया का भरोसा जीत ले।
पाकिस्तान बना चीन की रणनीति का मोहरा
चीन जानता है कि भारत से सीधे टकराना अभी उसके लिए घाटे का सौदा है। इसलिए वह पाकिस्तान का इस्तेमाल कर रहा है। पाकिस्तान की बदहाल अर्थव्यवस्था और राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए वह चीन की हर शर्त मानने को मजबूर है। यही कारण है कि भारतीय सेना की कार्रवाई के दौरान पाकिस्तानी सेना को चीनी हथियारों का इस्तेमाल करते देखा गया, जो भारतीय हथियारों के सामने टिक नहीं पाए।
भारत का आत्मनिर्भर सैन्य बल
भारत ने हाल के वर्षों में न केवल अपनी आर्थिक ताकत बढ़ाई है, बल्कि सैन्य आत्मनिर्भरता की दिशा में भी बड़ा कदम उठाया है। ‘मेक इन इंडिया’ के तहत बनाए गए स्वदेशी हथियारों ने चीन और पाकिस्तान की संयुक्त साजिशों को ध्वस्त कर दिया। वैश्विक मंचों पर भी भारत की छवि मजबूत हुई है, जिससे चीन की रणनीतिक स्थिति कमजोर पड़ी है।
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, दोस्तों, परिवारजनों के साथ 🤝 शेयर करें 📢🔄
🤝💬👫👨👩👧👦
hindi news