/sootr/media/media_files/2025/12/02/cyber-attack-airports-2025-12-02-00-10-41.jpg)
Photograph: (THESOOTR)
NEW DELHI. 7 नवंबर को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (IGI) पर साइबर अटैक हुआ था। इस अटैक से एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम (ATCS) के ऑटोमैटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम (AMSS) में तकनीकी गड़बड़ी आई, जिससे 800 से ज्यादा फ्लाइट्स में देरी हुई। दिल्ली एयरपोर्ट पर इस घटना का असर पूरे देश के अन्य एयरपोर्ट्स पर भी पड़ा। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने इस साइबर अटैक की पुष्टि की और कहा कि एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) अपनी साइबर सुरक्षा में सुधार कर रही है।
दिल्ली एयरपोर्ट पर साइबर अटैक और GPS स्पूफिंग
दिल्ली एयरपोर्ट के AMSS सिस्टम में 7 नवंबर को GPS स्पूफिंग (GPS Spoofing) के कारण छेड़छाड़ की गई थी। इस घटना के कारण प्लेनों को गलत सिग्नल मिले, जिससे फ्लाइट ऑपरेशन्स में 12 घंटे से ज्यादा का समय खराब हुआ। एयरपोर्ट पर 800 से ज्यादा डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स की उड़ान में देरी हुई और 20 फ्लाइट्स को रद्द करना पड़ा। इस तकनीकी गड़बड़ी का असर देश के अन्य एयरपोर्ट्स, जैसे मुंबई, भोपाल और चंडीगढ़ पर भी पड़ा।
ये खबर भी पढ़ें...
जियो, एयरटेल और Vi के रिचार्ज हो सकते हैं महंगे, ग्राहकों को लग सकता है झटका
AMSS सिस्टम में गड़बड़ी का असर
AMSS (Automatic Message Switching System) में गड़बड़ी के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इस सिस्टम के जरिए फ्लाइट्स के टेकऑफ और लैंडिंग के लिए संदेश भेजे जाते हैं।
AMSS की खराबी के कारण यात्रियों को मैन्युअली काम करना पड़ा। रात के समय जब सिस्टम को ठीक किया गया, तब तक फ्लाइट्स में 50 मिनट की औसत देरी हो गई थी। यात्रियों को लंबे समय तक बोर्डिंग गेट पर खड़ा रहना पड़ा और फ्लाइट्स की वास्तविक स्थिति के बारे में सही जानकारी नहीं मिल पाई।
ये खबर भी पढ़ें...
कितनी बार हो सकती है किक्रेट में रिटायरमेंट से वापसी? क्रिकेटर्स और फैंस के बीच उठ रहे हैं सवाल
वैश्विक साइबर हमलों का खतरा
नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने राज्यसभा में बताया कि वैश्विक स्तर पर रैनसमवेयर और मैलवेयर (Malware) अटैक का खतरा बढ़ा है। इस कारण से एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) अपनी साइबर सुरक्षा नीतियों को सख्त बना रही है। सरकार का कहना है कि एयरपोर्ट्स की तकनीकी संरचनाओं को साइबर हमलों से बचाने के लिए नए उपाय किए जा रहे हैं।
ये खबर भी पढ़ें...
मौसम पूर्वानुमान (2 दिसंबर): एमपी समेत देश के अधिकांश भागों में शीतलहर, बारिश का अलर्ट
एयरपोर्ट्स की साइबर सुरक्षा में सुधार
दिल्ली एयरपोर्ट पर इस घटना के बाद, एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने यह सुनिश्चित किया कि AMSS सिस्टम में सुधार किया जाए। इसके अलावा, तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा ग्लिच और साइबर हमलों से बचाव के लिए नई साइबर सुरक्षा नीतियां अपनाई जा रही हैं। सरकार ने इस मुद्दे पर तत्काल ध्यान दिया है और सभी एयरपोर्ट्स को हाई-एंड साइबर सुरक्षा समाधान मुहैया कराए जा रहे हैं।
ये खबर भी पढ़ें...
सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, डिजिटल अरेस्ट की जांच अब CBI करेगी, RBI को भी दिया नोटिस
एयरपोर्ट्स पर गड़बड़ी का व्यापक असर
दिल्ली एयरपोर्ट की इस गड़बड़ी का असर पूरे देश के कई एयरपोर्ट्स पर पड़ा था। प्रमुख एयरलाइंस, जैसे इंडिगो, एअर इंडिया और स्पाइसजेट को दिनभर उड़ानों की जानकारी देनी पड़ी। इस घटना ने साबित कर दिया कि एयरपोर्ट्स की साइबर सुरक्षा में सुधार की जरूरत है।
भविष्य में क्या कदम उठाए जाएंगे?
एयरपोर्ट्स अथॉरिटी और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा है कि वे साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कदम उठा रहे हैं। इसके तहत सभी एयरपोर्ट्स के IT और क्रिटिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा, सभी एयरलाइंस को भी इस सुरक्षा उपाय में सहयोग देना होगा।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us