DELHI. किसान आंदोलन ( farmers movement ) का 14 वां दिन । किसान ( farmers ) अभी भी दिल्ली ( Delhi ) आने की मांग को लेकर राज्य की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं । किसान को दिल्ली आने से रोकने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने सीमाओं को सील कर रखा है। हरियाणा और पंजाब की सीमाओं पर दो हफ्ते से सुरक्षाबलों और किसानों के बीच झड़प चल रही है, किसान नेताओं और सरकार के बीच चार दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन कोई हल नहीं निकला है। इससे पहले रविवार यानी 25 फरवरी को किसानों ने केंद्र से वार्ता के संकेत दिए है । किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के कोऑर्डिनेटर सरवण पंधेर ने शंभू बॉर्डर पर कहा सरकार बॉर्डर और इंटरनेट खोलने का काम कर रही है। अब इस माहौल में सही से बातचीत हो सकेगी।
किसानों का ट्रैक्टर मार्च आज
संयुक्त किसान मोर्चा ने एमएसपी ( MSP ) की कानूनी गारंटी और अन्य मांगों को लेकर सोमवार यानी आज पंजाब, हरियाणा समेत कई जगह ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों पर बड़ी संख्या में किसान मार्च में शामिल होने वाले हैं। इस दौरान पंजाब में 100 से ज्यादा जगहों पर विश्व व्यापार संगठन के पुतले फूंके जाएंगे। वहीं किसान नेता राकेश टिकैत मुज्जफरनगर से इस मार्च की शुरुआत करेंगे। खबर है कि सोमवार को किसानों के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकालेगा। वहीं आंदोलन में डटे किसान वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (WTO) के पुतले फूंकेंगे।
ये खबर भी पढ़िए...Indore कलेक्टर भड़के, दिए सैलरी काटने के आदेश
दिल्ली-देहरादून हाइवे किसानों के कब्जे में
भारतीय किसान यूनियन के नेता टिकैत सोमवार को हाईवे पर ट्रैक्टरों की शृंखला बनाएंगे। हाईवे क़े एक लेन को अवरुद्ध करने का कार्यक्रम है। हरिद्वार से गाजीपुर बॉर्डर तक दिल्ली देहरादून नेशनल हाइवे पर एक लेन किसानों के कब्जे में रहेगी। आंदोलन में कई किसानों और सुरक्षाबलों के जवानों की मौत हो चुकी है।
ये खबर भी पढ़िए...टैक्स चोरी रोकने GST विभाग ने बदले नियम, ई-वे बिल के लिए अब ये जरूरी
हर जिले में बनाए गए हैं कई प्वाइंट-BKU
भारतीय किसान यूनियन ने सोमवार को बनने वाली ट्रैक्टर श्रंखला को लेकर हर जिले में कई प्वाइंट बनाए हैं। मुजफ्फरनगर में 8, मेरठ में 4 और गाजियाबाद में भी 4 प्वाइंट बनाए हैं। किसानों से कह दिया गया है कि गांव में एक भी ट्रैक्टर नहीं रहना चाहिए, सभी ट्रैक्टर हाईवे पर नजर आने चाहिए। किसान ट्रैक्टर श्रंखला बनाकर सरकार से अपनी नाराजगी जताएंगे और यह भी बताने की कोशिश करेंगे कि किसान गुस्से में हैं, कभी भी बड़े आंदोलन का ऐलान हो सकता है।
ये खबर भी पढ़िए...कमलेश्वर डोडियार ने 13.34 लाख में लड़ा चुनाव, जानें चुनाव का हिसाब