Funeral Feast of Living Daughter : बेटी को कलेजे का टुकड़ा मानने वाले बाप को अपनी बेटी पर इतना गुस्सा आया कि उसने अपनी जिंदा बेटी को ही मृत घोषित कर दिया। इतना ही नहीं, बाप ने अपने नाते- रिश्तेदार और आसपास के गांव वालों को भी मृत्युभोज की पत्रिका भेज दी। यह चौंकाने वाला मामला राजस्थान के उदयपुर के पास सोयरा कस्बे का है। जहां बाप ने अपनी बेटी को मरा घोषित कर मुंडन के साथ उसका पिंडदान तक करवा दिया है। आखिर ऐसा क्या हुआ होगा कि बेटी को 'कलेजे का टुकड़ा' मानने वाले बाप ने अपनी ही बेटी का पिंडदान उसके जीते जी कर दिया।
/sootr/media/post_attachments/wp-content/uploads/2024/05/20240523_143703-860x452.webp)
ये खबर पढ़िए..IIT करके भी 38 फीसदी बेरोजगार... AI लगा रही नौकरी में अड़ंगा
उदयपुर के सोयरा के पास एक छोटा सा गुड़ा गांव है। यहाँ एक बाप ने अपनी जिन्दा बेटी की तेरहवीं कर दी है। परिजनों का कहना है कि बेटी को हमने बड़े लाड प्यार से बड़ा किया और उसने हमें पहचानने से भी इनकार कर दिया। इस बात से हम आज भी नहीं उभर पाए इसलिए पूरे परिवार ने मिलकर ये कदम उठाया। इससे हमें उसको भूलने में आसानी होगी।
ये खबर पढ़िए..कार में क्यों होते हैं 4 टायर , कहां से आया आइडिया , कब बनी थी दुनिया की 4 टायरों वाली पहली कार
यह है पूरा मामला
दरअसल, सायरा पंचायत समिति में दो महीने पहले सुआवतों का गुड़ा गांव की एक लड़की ने गैर समाज के प्रेमी के साथ भाग कर शादी कर ली। जब पुलिस ने उसे पकड़ा और मां- बाप के सामने पेश किया तो उसने (लड़की ने ) अपने माँ- बाप को पहचानने से ही इनकार कर दिया। इससे पिता इतना आहत हुआ कि बेटी को मरा हुआ मान लिया। पिता ने शोक पत्रिका छपवाई और उसमें बेटी के अंतरजातीय विवाह करने की वजह लिखते हुए लोगों को 22 मई को उठावने का निमंत्रण भेज दिया। बुधवार को पिता समेत परिजनों ने सिर भी मुंडवाए और मृत्युभोज किया। परिवार को सांत्वना देने के लिए कई रिश्तेदार भी जुटे थे। लड़की के माता-पिता का कहना है कि जब हमारी बेटी ने हमें पहचानने से इनकार कर दिया, तब से वह हमारे लिए मर चुकी है।
ये खबर पढ़िए..काम्या कार्तिकेयन ने रचा इतिहास , माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय लड़की बनीं
गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज
सायरा थाने में मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी लक्ष्मण सिंह ने बताया कि गत 10 मार्च को लड़की अपने घर से लापता हुई थी। जिसे लेकर परिजनों ने दूसरे दिन 11 मार्च को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी। इसके बाद 14 अप्रैल को लड़का अपने जीजा के समझाने पर लड़की को लेकर सायरा थाने पहुंचा था। थाने में लड़का और लड़की दोनों के माता-पिता को बुलाया गया। जहां लड़की ने अपने माता-पिता को पहचानने से इंकार कर दिया था।
ये खबर पढ़िए..फैक्टरी में विस्फोट : बॉयलर फटने से 7 लोगों की मौत , 48 घायल
जिंदा बेटी का मृत्युभोज | उदयपुर में जिन्दा बेटी की तेरहवीं | जिंदा बेटी का पिंडदान
thesootr links
सबसे पहले और सबसे बेहतर खबरें पाने के लिए thesootr के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें। join करने के लिए इसी लाइन पर क्लिक करें
द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें