NEW DELHI: भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़े सभी दानदाताओं (donors) की फाइनल लिस्ट उजागर कर दी है। इनमें सबसे ज्यादा बॉन्ड खरीदने वाली नंबर वन कंपनी फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट ( Future Gaming And Hotel Services Private ) है। इस कंपनी ने विभिन्न राजनीतिक पार्टियों को सबसे अधिक सबसे ज्यादा 1,368 करोड़ रुपए का चंदा दिया है। इसके मालिक सैंटियागो मार्टिन ( Santiago Martin ) का जीवन का सफर बड़ा ही रंगों से भरा हुआ है। कभी यह बंदा मजदूर हुआ करता था। लॉटरी किंग नाम से मशहूर मार्टिन ने 13 साल की उम्र में लॉटरी का धंधा शुरू कर दिया था। आज इसके देश के कई राज्यो के अलावा विदेश में भी धंधा जारी है।
सितारा लगातार बुलंदियों पर चढ़ता रहा
स्टेट बैंक ने आयोग को जो जानकारी दी है कि उसके अनुसार सबसे ज्यादा चुनावी बॉन्ड फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज पीआर नाम की कंपनी ने खरीदे। इस कंपनी ने 21 अक्टूबर 2020 से जनवरी 24 के बीच कुल 1,368 करोड़ के चुनावी बॉन्ड खरीदे। इसके मालिक दक्षिण भारत के सैंटियागो मार्टिन हैं, जो जांच एजेंसियों के शिकंजे में भी आते रहे हैं। इसके बावजूद उनका सितारा लगातार बुलंदी पर पहुंचता रहा। उन्होंने अपनी मेहनत, किस्मत ओर राजनीतिक रसूखों के चलते इतना अधिक पैसा कमाया जो किसी भी कारोबारी और कंपनी को हैरान कर सकता है। खास बात यह है कि मार्टिन ने अपनी जिंदगी में कभी गोते नहीं खाए और आज भी लॉटरी की दुनिया में किंग माने जाते हैं।
13 साल में लॉटरी का धंधा और मजदूरी भी
यह लॉटरी किंग जीवन के संघर्ष भरे दिनों में कभी मजदूर हुआ करते थे। शुरूआती दिनों में उन्होंने म्यांमार के यांगून में मजदूरी की। साल 1988 में वह भारत आए और तमिलनाडु में लॉटरी का धंधा शुरू किया। उन्होंने अपने कारोबार का विस्तार कर्नाटक और केरल में भी किया। उसके बाद इसे बढ़ाकर सिक्किम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, पंजाब और महाराष्ट्र में भी ले गए। यहां से सैंटियागो मार्टिन ने भूटान और नेपाल तक भी बिजनेस फैलाया। सूत्र बताते हैं कि मार्टिन ने लॉटरी उद्योग में 13 साल की उम्र में कदम रखा और पूरे भारत में लॉटरी के खरीदारों और विक्रेताओं का एक विशाल नेटवर्क बना लिया था। आज उनका कारोबार भारत के 13 राज्यों में फैला हुआ है। विशेष बात है कि कम उम्र में लॉटरी का धंधा शुरू करने की जानकारी कंपनी की वेबसाइट पर दी गई है।
ईडी के शिकंजे में भी आ चुके हैं मार्टिन
खास बात है कि अपने काम को ऊपर चढ़ाने के लिए मार्टिन ने भारत के अधिकतर राज्यों में लॉटरी का धंधा शुरू किया और पूरे भारत में लॉटरी के खरीदारों और विक्रेताओं का बड़ा मार्केटिंग नेटवर्क बनाया। इसके लिए कंपनी ने अलग-अलग चैनल खोले। साउथ में कंपनी एक सब्सिडियरी मार्टिन कर्नाटक के तहत काम करती है, तो दूसरी ओर नॉर्थ ईस्ट इंडिया में कंपनी ने मार्टिन सिक्किम लॉटरी के नाम से धंधा शुरू किया। कंपनी फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट के नाम से रजिस्टर्ड है और इसका पता तमिलनाडु का कोयम्बटूर में है, जिसकी स्थापना साल 1991 में मार्टिन ने ही की। बता दें कि कंपनी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ( ED ) ने पिछले साल 23 सितंबर को कोर्ट में चार्जशीट भी दायर कर इसकी गतिविधियों पर सवाल खड़े किए थे। ED का आरोप था कि कंपनी अवैध रूप से लॉटरी टिकटों की बिक्री करती है और इससे होने वाली कमाई को गिफ्ट और इंसेटिंव पर खर्च कर काले धन को सफेद करने में जुटी रहती है।
देश के अधिकतर राज्यों में है कंपनी का नेटवर्क
इस कंपनी के पूरे देश में एक हजार से अधिक कर्मचारी हैं। जिन राज्यों में वे काम कर रहे हैं उनमें अरुणचाल प्रदेश, असम, गोवा, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पंजाब, सिक्किम और पश्चिम बंगाल शामिल हैं। विशेष बात यह है कि पिछले साल ही अक्टूबर माह में इन्कम टैक्स विभाग ने मार्टिन और फ्यूचर गेमिंग की चार जगहों पर छापेमारी की थी रेड की थी। जांच में पाया गया था कि मार्टिन और उसके सहयोगियों ने वर्ष 2009-10 के बीच प्राइज विनिंग टिकट क्लेम की कीमतें बढ़ाकर गैर-कानूनी तौर पर करीब 910 करोड़ रुपए का फायदा उठाया था। मार्टिन के दामाद आधव अर्जुन और उनकी प्रॉपर्टी पर भी ईडी एक्शन ले चुकी है। मार्टिन भारत में ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ लॉटरी ट्रेड एंड अलाइड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष भी है।
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