/sootr/media/media_files/2025/04/09/7mbJNRk3Kftg095bmE6k.jpg)
महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में चलाए गए 'संजीवनी अभियान' में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस अभियान के तहत 3.5 लाख महिलाओं की जांच की गई, जिनमें से 13 हजार 500 से अधिक महिलाओं में कैंसर के संदिग्ध लक्षण पाए गए हैं। इन संदिग्धों में ब्रेस्ट कैंसर, ओरल कैंसर और अन्य प्रकार के कैंसर के लक्षण पाए गए हैं।
कैंसर के प्रकार और संदिग्ध लक्षण
जिलाधिकारी अभिनव गोयल ने बताया कि इस अभियान में करीब 7,000 महिलाओं में गर्भाशय-ग्रीवा (सर्विकल) कैंसर के संदिग्ध लक्षण पाए गए हैं। इसके अलावा, लगभग 3,500 महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के संदिग्ध लक्षण मिले हैं। 2,000 महिलाओं में ओरल कैंसर और अन्य प्रकार के कैंसर के संदिग्ध लक्षण पाए गए हैं।
जांच की प्रक्रिया और अगले कदम
अभी तक इस अभियान के तहत पहली चरण की जांच पूरी हो चुकी है, और इन महिलाओं को आगे की जांच के लिए डॉक्टरों के पास भेजा जाएगा। इस अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ताओं ने 3.5 लाख महिलाओं से संपर्क किया और कैंसर के लक्षणों के बारे में उन्हें जानकारी दी।
ये खबर भी पढ़िए... उज्जैन के तारामंडल में बनेगी डिजिटल गैलरी, युवाओं को मिलेगा नया अनुभव
भविष्य में क्या कदम उठाए जाएंगे?
अब जबकि पहले चरण की जांच पूरी हो चुकी है, आगे की जांच और उपचार के लिए विशेषज्ञों की टीम के साथ मिलकर और परीक्षण किए जाएंगे। इस अभियान के तहत महिलाओं को जल्दी से जल्दी चिकित्सा सुविधा मिल सके, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर निगरानी रखी जा रही है।
क्या है संजीवनी अभियान?
संजीवनी अभियान का उद्देश्य कैंसर की समय रहते पहचान और इलाज की सुविधा प्रदान करना है। इस अभियान के तहत स्थानीय प्रशासन ने 8 मार्च, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अभियान की शुरुआत की थी, और इसके परिणाम स्वरूप अब तक 13,500 महिलाओं में कैंसर के संभावित लक्षण मिले हैं। जिलाधिकारी अभिनव गोयल ने बताया कि अभियान में महिलाओं को कैंसर के लक्षणों के बारे में जानकारी देने के लिए आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया है।