/sootr/media/media_files/2025/02/14/TNwKWaRq1di1bTw0qNWm.jpg)
एक अनोखा मामला सामने आया, जहां एक शख्स को अपनी दोनों पत्नियों के बीच खुद को बांटने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत तब हुई जब पहली पत्नी ने अपने पति की दूसरी शादी के खिलाफ पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में शिकायत दर्ज कराई। पहली पत्नी का कहना था कि उसकी शादी सात साल पहले हुई थी और उसके दो बच्चे भी हैं। बावजूद इसके, पति ने बिना तलाक दिए दूसरी शादी कर ली और उसके बाद अपनी पहली पत्नी के साथ मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना शुरू कर दी। मामला बिहार के पूर्णिया का बताया जा रहा है।
पहली पत्नी की शिकायत
पति के इस व्यवहार से परेशान होकर पहली पत्नी ने पूर्णिया पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में न्याय की गुहार लगाई। उसने बताया कि शादी के कई साल बाद भी उसका पति न सिर्फ दूसरी शादी कर चुका है, बल्कि अब उसके साथ दुर्व्यवहार भी करने लगा है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए परिवार परामर्श केंद्र के अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक ने दोनों पक्षों को बुलाया और सुलह का प्रयास किया।
खबर यह भी...
रोचक खबर: हर दिन प्लेन से ऑफिस जाती है यह महिला, 600 KM की करती है हवाई यात्रा
पति ने खुद को दोनों पत्नियों में बांटा
इस विवाद के समाधान के लिए परिवार परामर्श केंद्र में एक अनोखा फैसला लिया गया। पति ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए दोनों पत्नियों और उनके बच्चों की जिम्मेदारी उठाने का फैसला किया। अदालत में खुद को बांटने का निर्णय लेते हुए उसने कहा कि वह अपनी पहली पत्नी को सप्ताह में चार दिन और दूसरी पत्नी को तीन दिन बराबर समय देगा। यह फैसला दोनों महिलाओं और उनके बच्चों के हित में लिया गया ताकि वे मानसिक और आर्थिक रूप से सुरक्षित रह सकें।
खबर यह भी...
रोचक खबर: 12 लाख की चोरी का चौंकाने वाला खुलासा, भंडारा कर एक लाख का दान दिया तो पकड़े गए
बच्चों की पढ़ाई और परवरिश का खर्च उठाने का वादा
पति ने यह भी सुनिश्चित किया कि वह अपने सभी बच्चों की परवरिश और शिक्षा का पूरा खर्च उठाएगा। परिवार परामर्श केंद्र के सामने उसने कहा कि दोनों परिवारों को पूरा सहयोग देगा और किसी भी प्रकार की उपेक्षा नहीं करेगा। इस फैसले के तहत पति, दोनों पत्नियों के बीच समय का संतुलन बनाए रखते हुए उनके साथ रहने के लिए सहमत हुआ।
खबर यह भी...रोचक खबर: CCTV लगाया तो श्मशान घाट में दिखा हैरान करने वाला नजारा
हंसी-खुशी समझौते पर सहमति
इस पूरे घटनाक्रम का सबसे चौंकाने वाला पहलू यह था कि दोनों पत्नियों और पति ने परिवार परामर्श केंद्र में अपने इस फैसले को खुशी-खुशी स्वीकार किया। पति ने दोनों पत्नियों और उनके बच्चों की भलाई के लिए समझौता किया, जिससे यह मामला विवाद की बजाय एक पारिवारिक सुलह की मिसाल बन गया। लिखित सहमति के बाद सभी सदस्य हंसते हुए घर लौट गए, और इस अनोखी कहानी ने इलाके में चर्चा का विषय बना दिया।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक